रायपुर, 15 सितंबर 2024। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने सुकमा जिले के ग्राम एटकला में जादू-टोने और टोनही के संदेह में 3 महिलाओं सहित 5 व्यक्तियों की निर्मम हत्या की कड़ी निंदा की है और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
डॉ. मिश्र ने कहा कि जादू-टोने का कोई अस्तित्व नहीं है और ग्रामीणों को अंधविश्वास में पड़कर कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि हाल ही में टोनही/डायन के संदेह में हत्या, मारपीट और प्रताड़ना की घटनाएं बढ़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि मात्र अंधविश्वास और जादू-टोने जैसी भ्रामक मान्यताओं के आधार पर किसी निर्दोष महिला या उसके परिवार पर हमला करना अनुचित है, और ऐसे दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। समिति प्रताड़ित परिवारों से मिलेगी और ग्रामीणों को जागरूक करेगी।
डॉ. मिश्र ने जोर देकर कहा कि बीमारियों के विभिन्न कारण होते हैं, जैसे संक्रमण, दुर्घटनाएं, और कुपोषण। किसी भी बीमारी का समाधान सही चिकित्सकीय उपचार और तर्कसंगत उपायों से किया जा सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि तथाकथित जादू-टोने से कोई भी व्यक्ति किसी को नुकसान नहीं पहुंचा सकता, क्योंकि ऐसी मान्यताओं का कोई अस्तित्व नहीं है।
प्रशासन से डॉ. मिश्र ने मांग की है कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई की जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस तरह की क्रूर और आपराधिक हरकत करने का साहस न कर सके। समिति इन सभी मामलों में ग्रामीणों से मिलकर जागरूकता फैलाने का कार्य करेगी।