विदेश मंत्री एस जयशंकर ने वाशिंगटन में पत्रकारों को इस संबंध में दी जानकारी
वाशिंगटन, 23 जनवरी 2025। अमेरिका में बिना दस्तावेजों के अवैध रूप से रह भारतीयों की वैध वापसी के लिए भारत तैयार है। यह जानकारी विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दी है। उन्होंने वाशिंगटन में पत्रकारों से कहा कि नई दिल्ली अब भी अमेरिका से उन लोगों के सत्यापन की प्रक्रिया में है जिन्हे भारत भेजा जा सकता है और ऐसे लोगों की संख्या अभी तय नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि भारत अवैध गतिशीलता और अवैध प्रवास का दृढ़ता से विरोध करता है। जयशंकर ने आगे कहा, सरकार होने के नाते, साफतौर पर हम कानूनी गतिशीलता के बहुत समर्थक हैं क्योंकि हम वैश्विक कार्यस्थल में विश्वास करते हैं।
हम चाहते हैं कि भारतीय प्रतिभा और भारतीय कौशल को वैश्विक स्तर पर अधिकतम अवसर मिले। हम अवैध प्रवास का दृढ़ता से विरोध करते हैं। क्योंकि आप यह भी जानते हैं कि जब कुछ अवैध होता है, तो कई अन्य अवैध गतिविधियां भी उसके साथ जुड़ जाती हैं, जो वांछनीय नहीं है।
अन्य देशों के लिए भी एक फैसला
जयशंकर ने कहा, अवैध प्रवास निश्चित रूप से प्रतिष्ठा के लिए अच्छा नहीं। इसलिए हमने हमेशा कहा है कि सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि अन्य किसी देश में भी अगर हमारा कोई नागरिक अवैध प्रवासी है, और हमें यकीन है कि वे हमारे नागरिक हैं, तो हम हमेशा उनकी वैध वापसी के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थिति केवल अमेरिका में नहीं। इसके परिणामस्वरूप संवेदनशीलता भी है, लेकिन हम इसको लेकर बहुत सैद्धांतिक रहे हैं।
वीजा मिलने में देरी न हो
जयशंकर ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में अमेरिका के नए विदेश मंत्री मार्को रूबियो से भी बात की और कहा कि, वह यह सब समझते हैं और यह स्वीकार करते हैं कि ये स्वायत्त प्रक्रियाएं हैं, फिर भी कानूनी और पारस्परिक रूप से लाभकारी गतिशीलता को सुविधाजनक बनाना हमारे पारस्परिक हित में है। उन्होंने कहा कि अगर वीजा मिलने में 400 दिन से अधिक दिन का समय लगता है, तो इससे संबंधों को कोई लाभ नहीं।
क्या है वापसी को लेकर विवाद
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालने के बाद अवैध प्रवासियों को लेकर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। पिछले दिनों मीडिया में एक रिपोर्ट आई कि ट्रंप भारतीय प्रशासन के साथ मिलकर 18,000 भारतीयों को वापस भेजने की तैयारी कर रहे हैं। ये बिना वैध दस्तावेज और वीजा अवधि समाप्ति के बाद भी वहां रह रहे हैं। यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम इनफोर्समेंट के मुताबिक, नवंबर 2024 तक 20,407 लोगों को अमेरिका बगैर दस्तावेज का बताता है।