हमीरपुर, 10 सितंबर 2024: यूपी के हमीरपुर जिले की नगर पंचायत सुमेरपुर से जुड़े लोक निर्माण विभाग (खंड 2) के अवर अभियंता (जेई) को सोमवार, 9 सितंबर को बांदा से आई 12 सदस्यीय एंटी करप्शन टीम ने 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया। ठेकेदार की शिकायत पर सदर कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है। एंटी करप्शन टीम जेई को अपने साथ बांदा ले गई।
नगर पंचायत सुमेरपुर के निवासी और ठेकेदार प्रवीन कुमार, पुत्र स्वर्गीय छेदीलाल, ने वर्ष 2022-23 में विकास कार्य पूरे किए थे, जिनका भुगतान हो चुका था। ठेकेदार की दो लाख रुपये की सिक्योरिटी राशि की निकासी के लिए वह कई दिनों से अवर अभियंता रमेश कुमार गुप्ता, पुत्र स्वर्गीय कन्हैया लाल गुप्ता, से संपर्क कर रहे थे।
ठेकेदार ने बताया कि 29 अगस्त को उन्होंने नगर पंचायत के ईओ से शिकायत की थी, जिसके बाद तीन सितंबर को पंचायत के लिपिक ने लोक निर्माण विभाग खंड 2 के अवर अभियंता रमेश गुप्ता से सिक्योरिटी निकासी पर रिपोर्ट मांगी।
इसके बाद, ठेकेदार लगातार अवर अभियंता के संपर्क में रहा, लेकिन जेई ने रिपोर्ट लगाने के बदले 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। बिना रिश्वत के वह सिक्योरिटी राशि निकालने की रिपोर्ट देने को तैयार नहीं था। 6 सितंबर को ठेकेदार ने इस मामले की शिकायत बांदा की एंटी करप्शन टीम से की।
सोमवार को एंटी करप्शन टीम ने योजना बनाकर जेई को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ने की कार्रवाई की। दोपहर 1 बजे टीम ने पीडब्ल्यूडी दफ्तर पहुंचकर जेई को 20 हजार रुपये लेते समय गिरफ्तार किया।
विजिलेंस टीम का नेतृत्व प्रभारी निरीक्षक श्याम बाबू ने किया, जिनके साथ निरीक्षक साबिर अली, ओमप्रकाश, सिपाही शिवप्रकाश शर्मा, देवेन्द्र प्रताप सिंह, सचिन कुमार चौरसिया, अजय कुमार सैनी, चन्द्रपाल सिंह, नितिन कंचन, अभिषेक सिंह, सुंदर रैकवार और शारदा प्रसाद यादव की टीम मौजूद थी। इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है।
टीम प्रभारी श्याम बाबू ने बताया कि ठेकेदार प्रवीन कुमार की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है, और सदर कोतवाली में आरोपी अवर अभियंता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।