बांदा, 28 जनवरी 2025। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के विकासखंड बड़ोखरखुर्द की ग्राम पंचायत लुकतरा में अटल भूजल योजना के तहत जल संरक्षण के अभिनव प्रयासों का स्थलीय निरीक्षण किया गया। अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे मदन मोहन वर्मा ने ग्राम प्रधान तुलसीराम यादव और ग्रामीणों के साथ विभिन्न जल संरक्षण गतिविधियों का अवलोकन किया।
निरीक्षण की शुरुआत विद्यालय परिसर में लगे पीजोमीटर और रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से हुई। बच्चों से जल संरक्षण पर चर्चा करते हुए उन्होंने जल संरक्षण के महत्व को समझाया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मन की बात में जल संरक्षण के लिए बताए गए उपायों जैसे खेत तालाब, मेड़बंदी, अमृत सरोवर, परंपरागत कूप, फ्लोमीटर युक्त पंपसेट, स्प्रिंकलर, ड्रिप इरीगेशन और मधुमक्खी पालन का भी अवलोकन किया।
लुकतरा गांव की एक अनूठी पहल के तहत 6 तालाबों को इस तरह जोड़ा गया है कि पूरे गांव में बारिश का पानी संरक्षित और प्रबंधित किया जा सके। अपर जिलाधिकारी ने इस मॉडल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास अन्य गांवों के लिए प्रेरणा बन सकते हैं और ग्राम स्वराज की दिशा में अहम कदम हो सकते हैं।
निरीक्षण के दौरान जल जीवन मिशन योजना का भी जायजा लिया गया। गांव के तालाबों की स्वच्छता और पेयजल आपूर्ति के साथ-साथ अपर जिलाधिकारी ने गांव में अपराध और नशा मुक्त समाज की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गांव का पैसा गांव में रहना चाहिए ताकि ग्रामीण मुकदमों और अनावश्यक खर्चों से बच सकें।
प्रगतिशील किसान जगदीश सिंह और उमाशंकर मिश्र के खेतों पर सह फसली खेती और अन्य गतिविधियों का निरीक्षण किया गया। किसानों ने कृषि और उद्यान विभाग के सहयोग से अटल भूजल योजना से मिले लाभों को साझा किया।
इस अवसर पर कई अधिकारी और विशेषज्ञ, जिनमें रोजगार सेवक, कृषि विशेषज्ञ, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर, और अन्य शामिल थे, उपस्थित रहे। उन्होंने ग्रामीणों को जागरूकता बढ़ाने और सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
लुकतरा गांव अब जल संरक्षण के क्षेत्र में मिसाल बन रहा है, जहां अटल भूजल योजना की सफलता ने ग्रामीणों को नए आत्मविश्वास और बेहतर भविष्य की राह दिखाई है।