अंतिम दिवस पर गूंजा सुदामा चरित्र, श्रद्धालुओं ने भजनों पर किया नृत्य
प्रतापगढ़, 11 मार्च 2025। संडवा चंद्रिका के रायतारा गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन कथा व्यास माधुरी पाठक (ओरछा, मध्यप्रदेश) ने सुदामा चरित्र का भावपूर्ण वर्णन किया। कथा के दौरान भक्तों की आंखें श्रद्धा से भर आईं, जब उन्होंने श्रीकृष्ण और सुदामा की अलौकिक मित्रता का मार्मिक चित्रण किया।
माधुरी पाठक ने कहा कि मित्रता में गरीबी और अमीरी का कोई स्थान नहीं होता। एक सच्चा मित्र हमेशा अपने मित्र का पूरक होता है। भगवान श्रीकृष्ण ने अपने बाल्यकाल के प्रिय सखा सुदामा की दयनीय दशा देख भाव-विह्वल होकर उन्हें अपने राजसिंहासन पर बैठाया। उन्होंने सुदामा को उलाहना दिया कि तुम कठिनाइयों में थे, तो अपने मित्र के पास क्यों नहीं आए?
लेकिन सुदामा ने अपनी मित्रता को सर्वोपरि रखते हुए श्रीकृष्ण से कुछ भी नहीं मांगा। कथा व्यास ने बताया कि सुदामा चरित्र हमें यह सिखाता है कि सच्ची मित्रता स्वार्थ से परे होती है, और कठिनाइयों का सामना धैर्य व निष्ठा से करना चाहिए।
माधुरी पाठक ने कहा कि श्रीमद्भागवत में वर्णित उपदेशों और उच्च आदर्शों को अपने जीवन में उतारने से ही मानव जीवन का उद्देश्य सार्थक होता है। कथा के दौरान परीक्षित मोक्ष का भी विस्तृत वर्णन किया गया, जिससे श्रद्धालु आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर हो गए।
कथा के समापन पर जब भजन गूंजे, तो श्रद्धालु भाव-विभोर होकर नृत्य करने लगे। संपूर्ण वातावरण श्रीकृष्ण की भक्ति में डूब गया। कथा के अंतिम दिन प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजय सिंह, विधायक जीतलाल पटेल, मिस इंडिया विंकल शुक्ला, अशोक सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने व्यास पीठ का आशीर्वाद लिया।
इस दिव्य आयोजन में मुख्य यजमान सूबेदार सिंह, माला सिंह, अनुज सिंह, डॉ. अनूप सिंह, लोक अभियोजक अरुण सिंह, लक्ष्मण सिंह, लेफ्टिनेंट ऋचा सिंह, संघमित्रा सिंह, हवलदार सिंह, डॉ. सी.पी. पांडेय, डॉ. के.के. सिंह सहित अनेक श्रद्धालुओं ने भाग लिया।