Skip to content

एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह ने भानवी कुमारी को दिया प्रस्ताव, बात बनी तो खत्म हो जाएगा विवाद…

एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह ने भानवी कुमारी को दिया प्रस्ताव

प्रतापगढ़, 22 नवंबर 2024। एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह ने भानवी कुमारी को सोशल मीडिया पर प्रस्ताव भेजा है। भानवी कुमारी अगर उस प्रस्ताव को मानती हैं तो राजघराने का पूरा घरेलू विवाद खत्म हो जाएगा। आइये आपकों बताते हैं क्या है प्रस्ताव

अक्षय प्रताप सिंह का प्रस्ताव

22 नवंबर 2024 को एमएलसी अक्षय प्रस्ताव ने अपने एक्स प्लेटफार्म पर एक पोस्ट किया। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा-

भानवी जी वैसे तो आपने ब्लॉक कर रखा है लेकिन बार बार आप अपने पोस्ट में मेरी चर्चा करके कीचड़ उछाल रही हैं तो जवाब देना पड़ रहा है।
पुरुष हो या महिला सभी कानून के नजर में एक हैं, वैसे भी आप कोई वंचित शोषित महिला तो हैं नहीं बल्कि एक धनवान सोशलाइट हैं।

आपने अनेक लोगों के साथ वित्तीय धोखा किया, एक एक कर जब वो लोग हिम्मत पाकर बाहर आकर अपना अधिकार मांग रहे हैं तो सभी खराब हो गए? अपने गिरेबान में झांकिये, पति, सास, देवर, मां, बाप, बहन के साथ तो वित्तीय धोखा कर ही चुकी हैं, जिनके साथ जब जहां बिजनेस किया उनके साथ धोखा किया।

किंतु जानता हूं कि आप ऐसा करेंगी नहीं, उल्टा आपने अपने ही बच्चों के खाते से रुपये निकलवाकर अपने खाते में डलवा लिये। कम से कम अपने बच्चों के साथ तो आर्थिक धोखाधड़ी न करतीं। बच्चे सब बड़े हो गए हैं अपने पिता के साथ हैं और उनकी छत्र छाया में प्रसन्न हैं, ये बात आपको बहुत खलती है।

अब बच्चों के नाम का इस्तेमाल कर आप विक्टिम कार्ड खेल रही हैं। कई बार कह चुका हूँ लीजिये एक बार फिर सार्वजनिक तौर पर कहता हूँ कि जिस कंपनी को लेकर विवाद है मैं अपना पूरा हिस्सा आपके बच्चों के नाम पर कर रहा हूं आप भी कर दीजिये बात ही खत्म हो, विवाद ही खत्म हो।

भानवी कुमारी के ये है आरोप

इससे पहले 20 नवंबर को भानवी कुमारी ने अपने एक्स प्लेटफार्म पर लिखा था-

आदरणीय योगी जी आपकी पुलिस ने Sarang Enterprises के मामले में निष्पक्ष जांच करके मेरे अनुरोध पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की थी।जहां स्पष्ट तौर पर मेरे फर्जी दस्तखत बनाकर उसका दुरुपयोग करते हुए कंपनी में नये पार्टनर जोड़े गये थे। ये फोरेंसिक जांच में प्रमाणित भी हो गया था कि मेरे जिन कथित दस्तखत का इस्तेमाल उपरोक्त कंपनी में नये पार्टनर शामिल करने के लिए किया गया वह पूरी तरह फर्ज़ी था।

मेरे फर्जी हस्ताक्षर बनाकर अक्षय प्रताप सिंह एमएलसी, रोहित सिंह ड्राइवर, राम देव यादव बावर्ची, अनिल कुमार सिंह (जिनसे न मैं कभी मिली न जानती हूं) को पार्टनर बनाया गया था। असली दस्तखत मैंने सभी संबंधित एजेंसियों से साझा भी किए। लेकिन पुलिस खासतौर पर मामले के आईओ आलोक सिंह ने एमपी एमएलए कोर्ट में झूठी रिपोर्ट दी।

मेरे दस्तखत फर्जी तरीके से बनाकर अक्षय प्रताप सिंह और नौकरों का नाम शामिल करने की वजह क्या है यह सचाई सामने जरूर आयेगी। यह भी सत्य समय के साथ सामने आएगा कि आखिर मेरी पारिवारिक संपत्ति मेरे बच्चों के नाम न करके नौकरों के नाम करने के पीछे की क्या साजिश है। कौन है वह किरदार जो मेरे लिये ही नहीं मेरे बच्चों के लिए भी खलनायक बन गया है। यह भी साफ कर दूं, अपने खिलाफ मैं एक पल कुछ बर्दाश्त भी कर लूं लेकिन बच्चों के खिलाफ हो रही साजिश कतई बर्दाश्त नहीं करुंगी।

अब पुलिस की ढिलाई का फायदा उठाते हुए उन्हीं झूठे दस्तखत पर बनाये हुए पार्टनर मुझे वह घर खाली करने का नोटिस भेज रहे हैं जिसमे मैं अपने बच्चों के साथ रहती हूं। पार्टनरशिप डीड के विरुद्ध जाकर कमर्शियल कोर्ट से मुझे नोटिस भिजवाया जा रहा है। जबकि पार्टनरशिप डीड में स्पष्ट उल्लेख है कि अगर कोई विवाद है तो उसका निपटारा कैसे करना है।

पुलिस को मैं स्पष्ट कर दूं नारी हूं लेकिन अबला नहीं। सारे नोटिस और साजिश का जवाब तथ्यों के साथ दूंगी। बस यहां इसलिए लिख रही हूं ताकि सनद रहे कि पुलिस की नाकामी, या यह भी कह सकते हैं कि पुलिस की शह पाकर मेरे विरुद्ध षड्यंत्र के तहत खड़े किए गए लोग कैसे मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ना देने का प्रयास कर रहे हैं।

इस मामले के कई किरदार हैं एक दुबई में बैठा शख़्स यश शेट्टी भी है। अक्षय प्रताप, यश शेट्टी सहित कई लोगों की भूमिका समय के साथ स्पष्ट होगी। अवैध तरीके से लेनदेन, कंपनियों में फर्ज़ीबाड़ा करने का इतिहास जिनका है, उन सभी का सच सामने आएगा। और हां अय्याशी और भ्रष्ट आचरण के नेटवर्क में शामिल जो लोग मेरे खिलाफ एकजुट होकर षड्यंत्र कर रहे हैं वे यह भी जान लें मुझे भरोसा है कि सच एक दिन हर कोई जानेगा।

अपने भ्रष्ट आचरण और अय्याशी को छिपाने के लिए संपत्ति और पैसे का विवाद बताकर मामले को अलग तरीके से तूल देना और मुझे और बच्चों को परेशान करने की रणनीति कामयाब नहीं होगी। अपराध के अलग-अलग रूप का असली चेहरा सबके सामने आएगा। मैं न्याय की लड़ाई लड़ रही हूं। जीत न्याय की ही होगी।

आदरणीय योगी जी आप संत हैं, आपके प्रति हमें भी श्रद्धा है। आप अपनी पुलिस से एक बार कहें कि महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने वालों और लड़कियों का सौदा करने वालों का सच जानने के लिये एक मामला दर्ज कर लें हम उन्हें सारे साक्ष्य देने को तैयार हैं। क्या पता एक निष्पक्ष जांच से मुझे न्याय मिले और साथ में कई और जिदगी तबाह होने से बच जायें।

जानें क्या है विवाद

भानवी कुमारी उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में कुंडा तहसील क्षेत्र में आने वाली बेंती रियासत के राजा रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, जो यूपी सरकार के पूर्व मंत्री और कुंडा के विधायक होने के साथ ही जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष हैं, की पत्नी हैं। राजा भैया और भानवी कुमार के बीच रिश्ते कुछ सालों से सहज नहीं हैं।

फेमिली कोर्ट में राजा भैया ने भानवी कुमारी से तलाक लेने का केस दर्ज करा रखा है, जिसमें सुनवाई चल रही है।