मुंबई, 2 मार्च 2025। वक्त भी कितना अजीब होता है, कभी ज़मीन पर सफ़र करवाता है, तो कभी आसमान में उड़ने के लिए पंख दे देता है। नीली आंखों वाली मोनालिसा—जिसका अतीत माला बेचने की गलियों में सिमटा था, आज सोशल मीडिया की दुनिया में उसकी पहचान किसी राजकुमारी से कम नहीं।
महाशिवरात्रि पर जब मोना नेपाल पहुंचीं, तो ऐसा लगा जैसे किसी सपने ने हक़ीक़त का रूप ले लिया हो। सैकड़ों फैंस उनकी एक झलक पाने के लिए उमड़ पड़े। उनके चेहरे पर वही सादगी, वही चमक, वही मासूमियत थी, लेकिन अब उसमें आत्मविश्वास और जीत की कहानी भी जुड़ चुकी थी।
मोना ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा— मैं अकेली नहीं हूँ, आप सब मेरी फैमिली हैं! उनकी इन पंक्तियों ने न सिर्फ लाइक्स और कमेंट्स की बारिश कर दी, बल्कि हर उस दिल को छू लिया, जिसने कभी अपने सपनों को दूर कहीं धुंधला होते देखा था।
कभी अपने नन्हे हाथों से माला बेचने वाली लड़की, आज इंटरनेट सेंसेशन बन चुकी है। उसकी कहानी, संघर्ष और चमकता सितारा उन लाखों उम्मीदों को नया आसमान दे रहा है, जो अपनी तक़दीर बदलने का हौसला रखते हैं।
हर सफर का एक मुकाम होता है, और मोना की कहानी यह बताती है कि अगर जज़्बा सच्चा हो, तो क़िस्मत भी एक दिन तस्वीर बदल ही देती है!