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सांसद सूर्या ने नृत्यांगना शिवश्री से पारंपरिक अंदाज में रचाई शादी

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नई दिल्ली, 6 मार्च 2025। कर्नाटक के बेंगलुरु दक्षिण से भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या गुरुवार को जीवन के नए अध्याय में प्रवेश कर गए। पारंपरिक और भव्य समारोह में उन्होंने कर्नाटक की प्रसिद्ध गायिका और भरतनाट्यम नृत्यांगना शिवश्री स्कंदप्रसाद से विवाह रचाया।

सूर्या और शिवश्री की यह शादी दक्षिण भारतीय परंपराओं से ओत-प्रोत रही, जहां मंगलध्वनि के साथ वेदी के चारों ओर मंत्र गूंजे, फूलों की वर्षा हुई और नवदंपति ने सात जन्मों के बंधन में बंधने की प्रतिज्ञा ली।

पारंपरिक परिधानों में सजी जोड़ी

शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छा गई हैं, जिनमें शिवश्री स्कंदप्रसाद लाल-मैरून रंग की भव्य साड़ी में सजी नजर आ रही हैं, वहीं तेजस्वी सूर्या ने दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार सफेद और सुनहरे रंग की पंचे (लुंगी), अंगवस्त्रम और पेटा (टोपी) धारण किया। दोनों की जोड़ी बेहद आकर्षक और रॉयल अंदाज में दिखी।

शिवश्री: कला और भक्ति की मिसाल

शिवश्री स्कंदप्रसाद सिर्फ एक प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना ही नहीं, बल्कि एक प्रतिभाशाली गायिका भी हैं। उन्होंने सस्त्र विश्वविद्यालय से बायोइंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बावजूद कला के क्षेत्र को अपनाने का फैसला किया। मद्रास विश्वविद्यालय से भरतनाट्यम और मद्रास संस्कृत कॉलेज से शास्त्रीय संगीत की डिग्री लेने के बाद, वे कई लोकप्रिय गीतों और राम भजनों की प्रस्तुति के लिए प्रसिद्ध हुईं।

शिवश्री को फिल्म निर्माता मणिरत्नम की प्रतिष्ठित फिल्म पोन्नियिन सेलवन के गीतों में योगदान के लिए भी जाना जाता है। सोशल मीडिया पर उनकी लोकप्रियता काफी ज्यादा है। इंस्टाग्राम पर 1.13 लाख से अधिक और यूट्यूब पर 2 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके गायन की प्रशंसा कर चुके हैं। पिछले साल जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह से पहले, पीएम मोदी ने उनके द्वारा प्रस्तुत कन्नड़ भजन की सराहना करते हुए लिखा था- शिवश्री स्कंदप्रसाद द्वारा कन्नड़ में प्रस्तुत यह प्रस्तुति प्रभु श्रीराम के प्रति भक्ति की भावना को खूबसूरती से उजागर करती है। इस तरह के प्रयास हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में एक लंबा रास्ता तय करते हैं।

ऐसे परवान चढ़ी प्रेम कहानी

तेजस्वी सूर्या और शिवश्री स्कंदप्रसाद की पहली मुलाकात एक कार्यक्रम के दौरान हुई थी। कला और संस्कृति के प्रति दोनों की समान रुचि ने इन्हें करीब ला दिया और जल्द ही इनकी दोस्ती प्रेम में बदल गई। बीते कुछ समय में दोनों ने श्रीश्री रविशंकर के आश्रम का भी दौरा किया और इस रिश्ते को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से संवारने का निर्णय लिया। इस साल की शुरुआत में उनकी सगाई हुई और अब वे विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए हैं।

भाजपा और राजनीतिक हलकों में खुशी की लहर

तेजस्वी सूर्या, जो भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष भी हैं, दूसरी बार लोकसभा सांसद बने हैं। उनकी शादी की खबर से भाजपा कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों में खासा उत्साह देखने को मिला। भाजपा के कई बड़े नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और शादी में शरीक होकर वर-वधू को आशीर्वाद दिया।

शादी से नई शुरुआत

शिवश्री स्कंदप्रसाद और तेजस्वी सूर्या की इस जोड़ी को कर्नाटक और दक्षिण भारत में संस्कृति और राजनीति के संगम के रूप में देखा जा रहा है। जहां एक ओर शिवश्री ने कला और संगीत के माध्यम से अपनी पहचान बनाई है, वहीं तेजस्वी सूर्या राजनीति में अपनी प्रभावशाली नेतृत्व क्षमता के लिए जाने जाते हैं।

उनकी यह शादी संस्कृति, परंपरा, प्रेम और आधुनिकता का संगम है, जो आने वाले वर्षों में एक आदर्श जोड़ी के रूप में स्थापित होगी।

Ramesh Pandey

मेरा नाम रमेश पाण्डेय है। पत्रकारिता मेरा मिशन भी है और प्रोफेशन भी। सत्य और तथ्य पर आधारित सही खबरें आप तक पहुंचाना मेरा कर्तव्य है। आप हमारी खबरों को पढ़ें और सुझाव भी दें।

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