नीरज चोपड़ा दक्षिण अफ्रीका में करेंगे 31 दिन की ट्रेनिंग, खेल मंत्रालय उठाएगा खर्च

नई दिल्ली, 9 नवंबर 2024। पेरिस ओलंपिक के रजत पदक विजेता और भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा इस महीने के अंत में दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफस्ट्रूम शहर में 31 दिनों की विशेष ट्रेनिंग के लिए रवाना होंगे। नीरज का यह प्रशिक्षण आगामी वर्ष की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार होने का हिस्सा है, जिसके लिए खेल मंत्रालय ने पूरा खर्च वहन करने की घोषणा की है। इस ट्रेनिंग से नीरज 2024 में अपने प्रदर्शन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का लक्ष्य रखते हैं।

नीरज की ट्रेनिंग का पूरा खर्च खेल मंत्रालय वहन करेगा, जिसमें उनके और उनके फिजियोथेरेपिस्ट के रहने, खाने-पीने और ट्रेनिंग का खर्च शामिल है। मंत्रालय ने शुक्रवार को अपने बयान में कहा कि नीरज ने अपने प्रशिक्षण की शुरुआत जल्दी करने का फैसला किया है ताकि वे अपनी फिटनेस को बनाए रखते हुए नए सत्र के लिए बेहतर प्रदर्शन कर सकें।

2023 का सत्र नीरज के लिए चोटों से भरा रहा, जिसमें उनकी जांघ की मांसपेशियों में तकलीफ ने उन्हें टोक्यो और पेरिस ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने से रोक दिया। हालांकि, उन्होंने डॉक्टरों से सलाह ली है और अपने उपचार के आधार पर सर्जरी का फैसला लेंगे। नीरज ने कहा है कि वह आगामी सत्र के लिए पूरी तरह फिट हैं और अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए इस ट्रेनिंग सेशन में हर संभव प्रयास करेंगे।

हाल ही में, नीरज के कोच क्लॉस बार्टोनिट्ज ने पारिवारिक प्रतिबद्धताओं के चलते पांच साल की साझेदारी को समाप्त कर दिया, जिससे नीरज को आगामी सीजन में एक नए मार्गदर्शन की आवश्यकता होगी। कोच की कमी के बावजूद, नीरज के अनुभव और आत्म-प्रेरणा के साथ दक्षिण अफ्रीका की यह ट्रेनिंग उनके आगामी सीजन के लिए एक निर्णायक कदम साबित हो सकती है।

पोटचेफस्ट्रूम, जहां नीरज पहले भी कई बार ट्रेनिंग कर चुके हैं, उनके लिए एक खास स्थान है। उन्होंने जनवरी 2020 में यहां कोविड-19 महामारी से पहले भी ट्रेनिंग की थी, जिसने उनके खेल में उल्लेखनीय सुधार लाने में मदद की। नीरज का मानना है कि इस विशेष ट्रेनिंग सेशन से उन्हें अपनी फिटनेस और तकनीक को और निखारने का मौका मिलेगा, जिससे वे आगामी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का नाम रोशन कर सकें।

नीरज चोपड़ा का महत्वपूर्ण कदम

नीरज चोपड़ा का यह ट्रेनिंग सेशन भारतीय एथलेटिक्स के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें आने वाले सत्र में नई उपलब्धियां हासिल करने में सहायक होगा। खेल मंत्रालय के इस सहयोग से नीरज को न केवल अपनी चोटों से उबरने में मदद मिलेगी, बल्कि आगामी ओलंपिक और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए उनकी तैयारियों को भी मजबूती मिलेगी।