रायपुर, 3 मार्च 2025। सुबह की पहली किरण जब रायपुर के वीआईपी रोड स्थित राम मंदिर के स्वर्णिम कलश पर पड़ी, तब वहीं प्रार्थना में लीन थे छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी। आज का दिन केवल एक परंपरा का निर्वहन नहीं था, बल्कि प्रदेश के भविष्य को दिशा देने वाले बजट का साक्षी बनने जा रहा था। मंदिर की घंटियों की गूंज और दीपों की लौ के बीच उन्होंने प्रभु का आशीर्वाद लिया और विधानसभा की ओर प्रस्थान किया—जहां दोपहर 12:30 बजे, प्रदेश का आम बजट प्रस्तुत किया जाएगा।
बजट केवल आंकड़ों का संग्रह नहीं होता, यह सपनों का दस्तावेज़ होता है—ऐसा ही कुछ संदेश वित्त मंत्री श्री चौधरी ने दिया। उन्होंने दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘2047 तक विकसित भारत’ के संकल्प से प्रेरणा लेते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में ‘2047 तक विकसित छत्तीसगढ़’ का लक्ष्य तय किया गया है। यह बजट सिर्फ आर्थिक योजनाओं की घोषणा नहीं करेगा, बल्कि यह राज्य की आर्थिक शक्ति, बुनियादी ढांचे और सामाजिक कल्याण के नए युग की शुरुआत का प्रतीक बनेगा।
पिछले कुछ वर्षों में छत्तीसगढ़ ने उद्योग, कृषि, बुनियादी ढांचे और सामाजिक उत्थान के क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। वित्त मंत्री ने आश्वस्त किया कि इस बार का बजट पहले से अधिक व्यापक और प्रभावी होगा। उन्होंने कहा, राज्य की अर्थव्यवस्था गतिशीलता की नई ऊंचाइयों को छू रही है, जिससे विकास के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
इस बजट का विशेष फोकस उन लोगों पर रहेगा, जिन्होंने छत्तीसगढ़ की धरती को अपने श्रम से सींचा है—किसान, महिला, श्रमिक, गरीब और बेघर परिवार। जनता के आशीर्वाद को सरकार अपनी प्रेरणा मानती है और यही आशीर्वाद इस बजट को ऐतिहासिक बनाएगा।
विकास के पथ पर अग्रसर छत्तीसगढ़
जब वित्त मंत्री विधानसभा में प्रवेश करेंगे, तब उनके हाथों में केवल बजट दस्तावेज़ नहीं होगा, बल्कि छत्तीसगढ़ की आशाओं, आकांक्षाओं और आत्मनिर्भर भविष्य की नींव रखने वाला एक महत्वपूर्ण संकल्प होगा। आज का दिन विकास की नई सुबह लेकर आया है, और इस यात्रा का हर कदम इतिहास रचेगा।