नई दिल्ली, 1 मार्च 2025। शिक्षा जगत के लिए एक बड़ी खुशखबरी! सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने स्कूल संचालन को और सरल बनाते हुए एक ही नाम और Affiliation नंबर के तहत नई शाखाएं खोलने की अनुमति दे दी है। यह निर्णय शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला साबित हो सकता है, जिससे स्कूलों को अपनी पहुंच बढ़ाने और अधिक छात्रों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचाने में मदद मिलेगी।
पहले हर नई ब्रांच के लिए अलग से मान्यता लेना जरूरी था, लेकिन अब इस नई नीति के तहत प्री-प्राइमरी से लेकर कक्षा 5 तक की नई शाखा खोली जा सकती है, जबकि मुख्य स्कूल में कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई जारी रहेगी।
CBSE सचिव हिमांशु गुप्ता के अनुसार, दोनों शाखाओं का स्वामित्व और प्रबंधन समान रहेगा, साथ ही वे एक जैसी प्रशासनिक और शैक्षणिक प्रक्रियाओं का पालन करेंगी। दोनों शाखाओं के लिए एक ही वेबसाइट होगी, जिसमें नई शाखा के लिए एक अलग सेक्शन मौजूद रहेगा।
फायदे क्या होंगे
✅ स्कूलों के लिए विस्तार करना आसान होगा
✅ छोटे बच्चों को नजदीकी स्कूल में बेहतर शिक्षा मिलेगी
✅ शिक्षा की गुणवत्ता और प्रशासनिक प्रक्रिया एक समान रहेगी
✅ स्कूलों की मान्यता और ब्रांड वैल्यू बनी रहेगी
CBSE का यह कदम न केवल छात्रों और अभिभावकों के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि शिक्षा क्षेत्र में नए अवसर और संभावनाएं भी खोलेगा। अब स्कूल प्रशासन को नए नाम और मान्यता की लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा, जिससे समय और संसाधन दोनों की बचत होगी।
शिक्षा में एक नई क्रांति!
CBSE का यह फैसला शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति का संकेत है, जिससे स्कूलों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का विस्तार करने में आसानी होगी। अब देखना यह होगा कि इस फैसले को शिक्षा संस्थान और अभिभावक किस तरह से अपनाते हैं और इससे शिक्षा व्यवस्था में कितना सुधार आता है।