लखनऊ, 3 जनवरी 2025। उत्तर प्रदेश में इन दिनों अपना दल कमेरावादी की नेता व विधायक पल्लवी पटेल और उनके जीजा आशीष पटेल जो विधान परिषद के सदस्य हैं और योगी सरकार में मंत्री हैं, के बीच विवाद सुर्खियों में है। पल्लवी पटेल की बहन और आशीष पटेल की पत्नी अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार में मंत्री हैं।
पल्लवी और अनुप्रिया पटेल के बीच पिता सोनलाल की विरासत संभालने को लेकर शुरू से ही विवाद रहा। पल्लवी हमेशा से इस विवाद के पीछे जीजा आशीष पटेल को ही जिम्मेदार मानती रहीं। अब मामला राजनैतिक विवाद पर आ गया है।
हाल ही में संपन्न हुए यूपी विधानसभा के सत्र में विधायक पल्लवी पटेल ने योगी सरकार के मंत्री आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया था। मामला तब और तूल पकड़ लिया जब पल्लवी ने इस मामले को लेकर विधानसभा भवन में ही धरने पर बैठ गयीं थी।
अपने बचाव में आशीष पटेल ने 2 दिसंबर को लखनऊ में पार्टी पदाधिकारियों की विशेष बैठक बुलाई। इस बैठक में उन्होंने एसटीएफ और जन संपर्क विभाग के अफसरों पर साजिश करने का आरोप लगाया।
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और अपना दल (एस) के नेता आशीष पटेल पर तकनीकी शिक्षा विभाग में प्रमोशन को लेकर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं।
आशीष पटेल ने एसटीएफ पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, अगर हिम्मत है तो मेरे सीने में गोली मारो। मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं।
आशीष पटेल ने पत्रकारों से कहा, मैं ऐसी साजिशों से डरने वाला नहीं हूं। अगर मैंने कुछ गलत किया है, तो सीबीआई जांच कराई जाए। मेरी और मेरी पत्नी की संपत्ति की भी जांच होनी चाहिए। लेकिन अगर कोई मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाएगा, तो मैं ईंट का जवाब पत्थर से दूंगा।
उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए कहा, धरना मास्टर को प्रायोजित करके साजिश की जा रही है। अगर उनके मोबाइल का कॉल रिकॉर्ड देखा जाए, तो सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने अपनी कार्बाइन सुरक्षा खत्म किए जाने पर भी सवाल उठाया और कहा कि उन्हें जान का खतरा है।