रायपुर, 10 फरवरी 2025। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में वरिष्ठ पत्रकार पंकज विश्वकर्मा ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से रूबरू होकर अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि विगत कुछ दिनों से उन पर तथ्यहीन, साक्ष्यहीन, आधारहीन एवं असत्य आरोप लगाए जा रहे हैं कि उनके बैंक खाते से सट्टेबाजी के पैसों का लेन-देन हुआ है।
उन्होंने इन आरोपों को पूरी तरह से निराधार और झूठा बताया। पंकज विश्वकर्मा ने बताया कि वर्ष 2022-23 में उन्होंने एक विशेष गिरोह की जानकारी हासिल की थी, जिसका मुख्य कार्य हवाला कारोबार, सट्टेबाजी, फर्जी कंपनियों और व्यावसायिक संस्थानों के जरिए बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी करना था।
इस गिरोह का तरीका था कि वे जरूरतमंद और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को टारगेट कर उन्हें मुद्रा लोन, होम लोन, और आसान ऋण सुविधाओं का झांसा देते थे। इसके बहाने उनसे सभी प्रकार के व्यक्तिगत प्रमाण पत्र एकत्र किए जाते थे। उन्होंने बताया कि आम नागरिकों की जानकारी के बिना उनके बैंक खातों का उपयोग अवैध वित्तीय गतिविधियों के लिए किया जाता था।
फर्जी कंपनियों और फर्मों की स्थापना कर उनके आधार पर बड़े पैमाने पर फर्जी जीएसटी बिलिंग के जरिए राजस्व की चोरी की जाती थी। पंकज विश्वकर्मा ने इस गिरोह का भंडाफोड़ किया था, जिसके बाद रायपुर पुलिस ने गहन जांच और साक्ष्य एकत्रित कर अपराध पंजीबद्ध किया।
पुलिस कार्रवाई के दौरान 27 से ज्यादा व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई और लाखों रुपये नकद, दर्जनों बैंक खाते, चेकबुक, एटीएम कार्ड, कंप्यूटर, लैपटॉप, और मोबाइल जब्त किए गए। पंकज विश्वकर्मा का कहना है कि अब वही भूमाफिया और गिरोह के लोग उनके खिलाफ तथ्यहीन आरोप लगाकर उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि सच्चाई सामने आकर दोषियों को सजा मिलेगी।