रायपुर, 12 सितंबर 2024। छत्तीसगढ़ पुलिस ने ठगी के एक अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा किया है। इस गिरोह में उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले का प्रोफेसर पंकज दुबे भी शामिल है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने प्रोफेसर पंकज दुबे के साथ ही उसके सहयोगी निखिल शुक्ला को भी गिरफ्तार किया है। पंकज दुबे अंग्रेजी के प्रोफेसर हैं और जौनपुर जिले के बरबसपुर दीनापुर के रहने वाल हैं। उनका सहयोगी निखिल शुक्ला भी जौनपुर जिले के ही दारापुर का रहने वाला है।
बता दें छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की रहने वाली महिला इंजीनियर रश्मि ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम से उनसे 88 लाख रुपए की ठगी होने की रिपोर्ट रेंज साइबर थाना में दर्ज कराई थी। विधि अनुसार कार्यवाही करते हुए रेंज साइबर थाना में अपराध क्रमांक 14/24 धारा 318,4 (3-5) बीएनएस पंजीबद्ध किया गया था।
आईजी रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा द्वारा रेंज साइबर थाना रेंज रायपुर की टीम को तकनीकी साक्ष्य एकत्र कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के संबंध में निर्देश दिया गया। इस पर कार्यवाही करते हुए विवेचना क्रम में आरोपियों द्वारा उपयोग किए जा रहे बैंक खातों एवं मोबाइल नंबरों की ट्रांजैक्शन एवं IP की जानकारी प्राप्त की गई।
पता चला कि आरोपी ट्रस्ट के नाम से बैंक खाता खोलकर ठगी की रकम ले रहे हैं। पंकज दुबे और निखिल शुक्ला को 12 सितंबर 24 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। प्रकरण में 57 लाख रुपए बैंक खाता में होल्ड कराया गया है।
पुलिस की पड़ताल में पता चला है कि वर्ष 2019 में पंकज दुबे कोलकाता के फ्राड गैंग से जुड़ा है। पुलिस उसके बारे में अन्य जानकारी एकत्र करने में जुटी है।