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यूपी बोर्ड परीक्षाएं महाशिवरात्रि स्नान पर्व के बाद कराने का प्रस्ताव

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यूपी बोर्ड परीक्षाएं महाशिवरात्रि स्नान पर्व के बाद कराने का प्रस्ताव

प्रयागराज, 18 नवंबर 2024। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने इस बार महाकुंभ के कारण हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान पर्व के बाद कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। एक उच्च अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर इस निर्णय की पुष्टि की।

महाकुंभ का प्रभाव

महाकुंभ, जिसे विश्व का सबसे बड़ा सांस्कृतिक समागम माना जाता है, 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से शुरू होगा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान पर्व के साथ समाप्त होगा। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचेंगे, जिससे शहर में भारी भीड़ होगी। यूपी बोर्ड ने इस वजह से परीक्षाएं स्नान पर्व के बाद कराने का निर्णय लिया है ताकि आयोजन के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।

पिछले वर्षों की परीक्षाएं

पिछले पांच सालों में सिर्फ वर्ष 2022 में यूपी बोर्ड की परीक्षाएं मार्च में आयोजित की गई थीं। अन्य वर्षों में परीक्षा फरवरी के महीने में ही शुरू हुई थीं:

  • 2019: 8 फरवरी
  • 2020: 18 फरवरी
  • 2023: 26 फरवरी
  • 2024: 22 फरवरी

परीक्षाओं में रिकॉर्ड परीक्षार्थी

इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में 54,38,597 छात्र शामिल होंगे। इनमें से 27,40,151 छात्र हाईस्कूल और 26,98,446 छात्र इंटरमीडिएट के हैं। परीक्षा की शुचिता और नकल रोकने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग भी किया जाएगा।

महाकुंभ के दौरान परीक्षाएं क्यों नहीं?

बोर्ड का मानना है कि महाकुंभ के दौरान शहर में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़, यातायात व्यवस्था और लॉजिस्टिक चुनौतियां परीक्षाओं के संचालन में बाधा बन सकती हैं। इसलिए, परीक्षा की तारीखें स्नान पर्वों के बाद तय करना ज्यादा उपयुक्त होगा।

कोरोना के बाद परीक्षा का महत्व

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 में कोरोना महामारी के कारण यूपी बोर्ड की परीक्षाएं नहीं हो सकी थीं। उसके बाद से नकल-विहीन और शुचिता पूर्ण परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने कई कड़े कदम उठाए हैं।

अब यह देखना बाकी है कि शासन इस प्रस्ताव पर कब अंतिम निर्णय लेता है।