गोरखनाथ मंदिर में पुंगनूर गाय का आगमन

गोरखनाथ मंदिर में आई दुर्लभ पुंगनूर गाय की जोड़ी, योगी ने किया गोवंश का विशेष स्वागत

Agriculture

गोरखपुर, 20 सितंबर 2024। गोसेवा में विशेष स्थान रखने वाली गोरक्षपीठ की गौशाला अब और भी समृद्ध हो गई है। गोरखनाथ मंदिर की गौशाला में देश की दुर्लभ नस्ल की पुंगनूर गाय की जोड़ी (बछिया और बछड़ा) का आगमन हुआ है। यह दुर्लभ गोवंश आंध्र प्रदेश की पुंगनूर नस्ल से है, जिसे शुक्रवार 20 सितंबर को मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने बड़े प्रेम से दुलारा और गुड़ खिलाया।

सुबह की दिनचर्या के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया और अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर मत्था टेका। गोसेवा मुख्यमंत्री की नियमित दिनचर्या का हिस्सा है, परंतु शुक्रवार को गोसेवा के दृष्टिकोण से एक विशेष दिन था। आंध्र प्रदेश की दुर्लभ पुंगनूर नस्ल की गाय की नन्ही जोड़ी के आगमन से गौशाला में एक नई रौनक देखने को मिली।

मुख्यमंत्री ने इस नई जोड़ी को बड़े प्रेम से दुलारा और कहा, “अरे रे रे, तुम्हें माई की याद आ रही है ना!” यह भावुक क्षण उनके गोवंश प्रेम का प्रतीक था। इसके बाद उन्होंने अपने हाथों से बछिया और बछड़े को गुड़ खिलाया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने गौशाला में अन्य गोवंश के साथ भी समय बिताया।

योगी आदित्यनाथ ने गोशाला के अन्य गोवंश, जैसे श्यामा, गौरी, गंगा, और भोला को प्यार भरी पुकार लगाई, जिससे वे दौड़ते हुए उनके पास आ गए। मुख्यमंत्री ने सभी गोवंश को गुड़ खिलाया और गौशाला के कर्मचारियों से उनके स्वास्थ्य और पोषण के बारे में जानकारी लेते हुए विशेष देखभाल के निर्देश दिए।

गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में इस दुर्लभ पुंगनूर गाय की जोड़ी का आगमन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि गोवंश संरक्षण और संवर्धन के प्रयासों में भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।