नई दिल्ली, 9 नवंबर 2024। दो बार की ओलम्पिक पदक विजेता और भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने अपनी ओलंपिक यात्रा को जारी रखने की घोषणा की है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि 2028 लॉस एंजिलिस ओलम्पिक में भाग लेकर तीसरा ओलंपिक पदक जीतने का लक्ष्य रखा है। हाल ही में पेरिस ओलम्पिक में पदक की हैट्रिक लगाने का उनका सपना अधूरा रह गया था, लेकिन अब सिंधू ने चार साल बाद होने वाले अगले ओलम्पिक के लिए अपनी उम्मीदें और योजनाएं साझा की हैं।
लक्ष्य पर पीवी सिंधू की नज़र
2028 तक सिंधू 33 वर्ष की हो जाएंगी, और उम्र के इस पड़ाव पर खेलना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसके बावजूद, सिंधू का मानना है कि वह अब भी उच्च स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा, अगर मैं फिट हूं और चोट-मुक्त रहती हूं, तो निश्चित रूप से मैं लॉस एंजिलिस ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करूंगी।
सिंधू के मुताबिक, उनकी नजरें सिर्फ ओलंपिक पर ही नहीं, बल्कि बीडब्ल्यूएफ सर्किट पर भी अधिक खिताब जीतने पर हैं। सिंधू का कहना है कि वह एक समय में एक साल पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं, ताकि हर सीजन में अपने खेल में सुधार कर सकें और लॉस एंजिलिस के लिए मजबूत तैयारी कर सकें।
सिंधू का ओलम्पिक सफर
पीवी सिंधू ने 2016 के रियो ओलंपिक में रजत पदक और 2020 के टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर भारतीय बैडमिंटन को गौरवान्वित किया था। लेकिन 2024 के पेरिस ओलंपिक में वह प्री-क्वार्टर फाइनल में चीन की ही बिंग जियाओ से हारकर बाहर हो गईं।
पेरिस में पदक न जीत पाने के बावजूद, सिंधू ने कहा कि इस असफलता से उन्हें सीखने का मौका मिला है और वह अपनी गलतियों से आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, यह सिर्फ यहीं खत्म नहीं होता। मैं अपनी गलतियों से सीखती हूं और मजबूत होकर वापसी करती हूं।
पीवी सिंधू के लिए 2028 का लॉस एंजिलिस ओलम्पिक एक नई शुरुआत और तीसरे ओलंपिक पदक का अवसर हो सकता है। उन्होंने कहा कि वह हर सीजन में अपनी गलतियों से सीखेंगी और अपनी फिटनेस पर ध्यान केंद्रित रखेंगी ताकि चार साल बाद वह फिर से लॉस एंजिलिस ओलम्पिक में देश का नाम रोशन कर सकें। सिंधू का कहना है कि उनकी ओलंपिक यात्रा यहां खत्म नहीं होती और वह अपने भविष्य के लिए पूरी तरह समर्पित हैं।