रायपुर, 3 फरवरी 2025। छत्तीसगढ़ राज्य सेमिनार के समापन व्याख्यान में मुख्य प्रशिक्षक आचार्य महादेवानंद अवधूत ने श्रीश्री आनंद मूर्ति जी के आध्यात्मिक दर्शन के रहस्यों को उद्घाटित करते हुए कहा कि मनुष्य जीवन का परम लक्ष्य ब्रह्मोपलब्धि है, जो केवल आध्यात्मिक अनुशीलन से ही संभव है। उन्होंने बताया कि सांसारिक इच्छाओं की पूर्ति से केवल वासनाओं की तृप्ति होती है, जबकि आध्यात्मिक साधना से आत्मिक उन्नति संभव है।
अपने प्रवचन में आचार्य महादेवानंद ने मार्गी धर्म साधकों को साधना और आध्यात्मिक अनुशीलन पर केंद्रित ज्ञान दिया। उन्होंने धर्म के नाम पर हो रहे पाखंड और सामाजिक कुरीतियों पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि आज धर्म का कॉरपोरेट बाजार खड़ा किया जा रहा है, जबकि प्रत्याहार साधना के चार स्तरों से जागतिक बोध और ईश्वर प्राणिधान से परम पुरुष की प्राप्ति संभव है।
उन्होंने कहा कि ब्रह्मोपलब्धि के लिए क्षुद्र और संकीर्ण मनोभावों से ऊपर उठना होगा, जो तंत्र और योग के अभ्यास से ही संभव है। सेमिनार का शुभारंभ प्रभात फेरी और ध्वज वंदना से हुआ। इसके बाद भगवान श्रीश्री आनंद मूर्ति जी द्वारा प्रदत्त साधना और ध्यान पद्धति का अभ्यास साधकों ने किया।
डायोसिस सेक्रेटरी आचार्य अर्पितानंद अवधूत ने तांडव और कोशिकी नृत्य का अभ्यास कराया और इसके तकनीकी व योगिक महत्व को समझाया। रायपुर भुक्ति के भुक्ति प्रधान चंद्रशेखर चंद्राकर ने प्रत्येक जिला एवं ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षकों और आयोजकों के नामों की घोषणा की। इसके साथ ही, आचार्य अर्पितानंद अवधूत ने संगठनात्मक गतिविधियों और भुक्ति प्रधान के चुनाव की जानकारी दी।
आचार्य चित्शिवानंद अवधूत ने जताया आभार
इस अवसर पर प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ. सत्यजीत साहू ने श्रीश्री आनंद मूर्ति जी और आनंद मार्ग दर्शन पर अपने विचार रखे। आचार्य एच.एल. ब्रोकर, अवधुतिका आनंद रतनदीपा ने भी सभा को संबोधित किया। सेमिनार के प्रशिक्षक आचार्य चित्शिवानंद अवधूत ने समापन वक्तव्य देते हुए सभी प्रतिभागियों और आयोजकों का आभार व्यक्त किया। सेमिनार में प्रमुख रूप से वरिष्ठ आचार्य गण- मन्नतमानंद अवधूत, नित्याज्ञानंद अवधूत, उत्यागानंद अवधूत, विशुद्धानंद अवधूत, परिवोधाननंद, करुणकृष्णानंद, आनंद नीतिशुद्धा, आनंद कृष्णमित्रा, आनंद सुमंत्रा आचार्र्य उपस्थित रहे।
इसके अलावा, आनंद मार्गी परिवार के इंद्रजीत साहू, भुवनेश्वर, सतीश वर्मा, जयेश, यदुनाथ, निर्मल, हरीश, ध्यानेश, संदीप, सिद्धार्थ देव, अभिषेक सिंह, गंगा दीदी, मालती दीदी आदि ने महिला समाज की टीम के कार्यक्रमों के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।