रायपुर, 8 मार्च 2025। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के शासकीय डीकेएस अस्पताल परिसर में एक ऐसा दृश्य साकार हुआ, जहां समाज की उन अनमोल महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने श्रम, संघर्ष और समर्पण से न केवल अपने क्षेत्र में बल्कि पूरे समाज में एक नई ऊर्जा का संचार किया।
इस भव्य आयोजन का नेतृत्व किया अवाम ए हिन्द सोशल वेलफेयर कमेटी ने, जिसका उद्देश्य उन महिलाओं को पहचान देना था, जो स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा, तकनीकी और सामाजिक क्षेत्र में निरंतर योगदान दे रही हैं। इस अवसर पर सिक्योरिटी सुपरवाइजर, काउंसलर, आपरेटर, क्लीनिंग इंचार्ज और सिक्योरिटी गार्ड के रूप में सेवा देने वाली श्रीमती एकता शर्मा, मीना शर्मा, प्रेमलता ठाकुर, बबीता तिवारी, उवर्शी द्विवेदी, पिंकी नायक, अनामिका पांडे और शारदा धनगर सहित 11 महिलाओं को संस्थापक मोहम्मद सज्जाद खान द्वारा मोमेंटो, शॉल और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का माहौल बेहद गरिमामयी था, जहां सम्मानित महिलाओं ने अपने जीवन के संघर्षों को साझा किया और अपने अनुभवों से सभी को प्रेरित किया। उनके शब्दों में आत्मविश्वास, दृढ़ता और एक नई दिशा की झलक थी, जो समाज में महिला सशक्तिकरण के नए आयाम स्थापित कर रही है।
इस अवसर पर संस्थापक मोहम्मद सज्जाद खान ने समाज में महिलाओं की भूमिका को सराहते हुए कहा, नारी केवल स्नेह और करुणा की मूर्ति ही नहीं, बल्कि शक्ति और संघर्ष का भी प्रतीक है। हमें केवल एक दिन नहीं, बल्कि हर दिन उनका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने महिला अधिकारों को सशक्त रूप से स्थापित करने की अपील की और समानता की ओर बढ़ते समाज के सपने को साकार करने की बात कही।
इस सम्मान समारोह में राजेन्द्र शर्मा, महावीर जैन, अनिल शुक्ल, जुबैर खान, बलराम कश्यप, कुलविंदर सिंह, प्रीति जैन, रिंकी शुक्ला, हीना, अलीशा सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की भव्यता को और बढ़ा दिया।
यह आयोजन केवल सम्मान का प्रतीक नहीं था, बल्कि यह एक संदेश था कि नारी शक्ति की रोशनी से ही समाज का वास्तविक विकास संभव है।