मॉस्को, 5 अक्टूबर 2024। रूस ने अपने निर्माण उद्योग में कुशलता बढ़ाने के लिए भारत से योग्य विशेषज्ञों को आकर्षित करने की पहल की है। नेशनल एसोसिएशन ऑफ बिल्डर्स (नॉस्ट्रॉय) ने घोषणा की है कि वह भारत से कुशल श्रमिकों को आमंत्रित कर अपने निर्माण स्थलों पर काम करने के लिए तैयार है। इस कदम का उद्देश्य रूसी निर्माण क्षेत्र में श्रम की गुणवत्ता और विशेषज्ञता में सुधार करना है, जिससे मौजूदा श्रम संकट का समाधान हो सके।
नोस्ट्रॉय के अध्यक्ष एंटोन ग्लुश्कोव ने येकातेरिनबर्ग में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय निर्माण फोरम में कहा, हम भारत के साथ साझेदारी को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, क्योंकि भारत एक ऐसा देश है जो कुशल श्रमिकों के विशाल पूल के साथ हमारे उद्योग को लाभान्वित कर सकता है। हम केवल श्रमिकों की संख्या बढ़ाने के बजाय सत्यापित विशेषज्ञता वाले पेशेवरों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
रूस सरकार की विशेष योजना
यह पहल रूसी सरकार की एक बड़ी योजना का हिस्सा है, जिसके तहत विदेशी श्रमिकों की योग्यता को प्रमाणित किया जाएगा। इसके तहत भारत और उज्बेकिस्तान जैसे देशों से आने वाले श्रमिक सत्यापित डिप्लोमा के साथ निर्माण क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। नोस्ट्रॉय, विदेशी कर्मचारियों के लिए गारंटर की भूमिका निभाते हुए, उनके आवास, परिवहन, और समय पर भुगतान की जिम्मेदारी संभालेगा। वहीं, विदेशी संस्थानों पर अपने कर्मचारियों को उच्च गुणवत्ता का प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी होगी।
निर्माण क्षेत्र में कुशल श्रमिकों की कमी
वर्तमान में, रूसी निर्माण स्थलों पर 80% श्रमिक अयोग्य हैं। नोस्ट्रॉय का लक्ष्य इस आंकड़े को घटाकर 20% करना है ताकि कुशल श्रमिकों की संख्या बढ़े और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में सुधार हो सके। रूसी उप प्रधान मंत्री मारत खुसनुल्लिन के अनुसार, देश को इस समय 200,000 श्रमिकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिसे दूर करने के लिए यह योजना बनाई गई है।
बुनियादी ढांचा विकास की ओर कदम
विशेषज्ञों का मानना है कि ये प्रयास रूस की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा हैं, जिसमें कुशल कार्यबल का निर्माण करके बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकेगा। रूस ने इसके तहत प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना में भी निवेश किया है ताकि निर्माण पेशेवरों को लगातार प्रशिक्षित और पुनः प्रशिक्षित किया जा सके।
येकातेरिनबर्ग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय निर्माण फोरम में 600 से अधिक कंपनियां और 1,000 वक्ता शामिल हो रहे हैं, जो रूसी निर्माण उद्योग की मजबूती और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।