सुल्तानपुर में फास्टफूड व्यापारी संतराम अग्रहरि की हत्या, बीजेपी नेता पर संगीन आरोप

सुल्तानपुर में फास्टफूड व्यापारी संतराम अग्रहरि की हत्या, बीजेपी नेता पर संगीन आरोप

Crime

सुल्तानपुर, 9 अक्टूबर 2024। यूपी के सुल्तानपुर जिले में 8 अक्टूबर मंगलवार रात दोस्तपुर थाना क्षेत्र के गोसैसिंहपुर बाजार में सनसनीखेज वारदात के दौरान बाइक सवार बदमाशों ने फास्टफूड व्यवसायी संतराम अग्रहरि (45) की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद क्षेत्र में दहशत और आक्रोश फैल गया, और व्यापारियों ने बाजार बंद कर हलियापुर-बेलवाई मार्ग पर जाम लगा दिया।

सूत्रों के अनुसार, हमले में स्थानीय भाजपा किसान मोर्चा के नेता और उनके साथियों के नाम सामने आ रहे हैं। घटना के बाद से स्थानीय लोगों और व्यापारियों में उबाल है, जो एसपी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे।

गोसैसिंहपुर निवासी संतराम अग्रहरि की बाजार में फास्टफूड कार्नर की दुकान थी। दो दिन पहले उनके बेटों सचिन और मनीष पर हुए हमले और छिनैती में भाजपा नेता का नाम आया था, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की थी। बताया जा रहा है कि मंगलवार रात संतराम बाजार के मोतिगरपुर मोड़ के पास खड़े थे, तभी तीन बाइक पर सवार बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और गोली मार दी। गोली सीधे उनके गले में लगी, जिससे वह मौके पर ही गिर पड़े।

गंभीर रूप से घायल संतराम को तुरंत बिरसिंहपुर अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें मेडिकल कॉलेज और फिर लखनऊ के ट्रामा सेंटर रेफर किया गया। हालांकि, रात करीब 1 बजे संतराम ने दम तोड़ दिया।

घटना के बाद व्यापारियों में भारी गुस्सा है। उन्होंने बाजार बंद कर चौराहे पर जाम लगा दिया, पुलिस की कार्रवाई को लेकर आक्रोश जताया और कहा कि भाजपा नेता के प्रभाव के चलते संतराम के बेटों के साथ हुए मारपीट मामले में पुलिस ने एफआईआर नहीं दर्ज की थी।

मृतक के बेटे हिमांशू ने राज वर्मा, प्रदीप वर्मा, शौरभ वर्मा, अर्जुन पटेल और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने मामले में तेजी से जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है। घटना ने पूरे क्षेत्र में भय और तनाव का माहौल बना दिया है, और लोग न्याय की मांग कर रहे हैं।

व्यापारी वर्ग का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता ने इस हत्या की पृष्ठभूमि तैयार की। अगर समय रहते एफआईआर दर्ज की गई होती, तो शायद संतराम की जान बचाई जा सकती थी।