छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कोयला क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास को मिलेगी मजबूती
रायपुर, 16 फरवरी 2025। SECL ने वित्तीय वर्ष 24-25 में विभिन्न सीएसआर परियोजनाओं के लिए 170 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। ये परियोजनाएं छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के कोयलांचल में स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास के बुनियादी ढांचे को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगी।
यह आवंटन वित्तीय वर्ष 24-25 के लिए SECL के वैधानिक सीएसआर बजट 99.76 करोड़ रुपये से अधिक है, जो सामुदायिक विकास के प्रति कंपनी के समर्पण को दर्शाता है। इन परियोजनाओं को संबंधित समझौतों के अनुसार अगले 2-3 वर्षों में लागू किया जाएगा।
प्रमुख परियोजनाओं में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर के साथ 48.19 करोड़ का समझौता ज्ञापन शामिल है, जिसमें एसईसीएल द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित 500 बेड वाले ‘एसईसीएल गर्ल्स हॉस्टल’ का निर्माण किया जाएगा।
SECL के निदेशक (कार्मिक) बिरंची दास ने कहा, ये सीएसआर पहल कोयलांचल के हमारे समुदायों के प्रति एसईसीएल की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। एसईसीएल सुदूर क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहा है।
जन्मजात हृदय दोष से पीड़ित 300 बच्चों का इलाज होगा
हृदय की जन्मजात बीमारी के इलाज की महत्वपूर्ण आवश्यकता को देखते हुए, एसईसीएल ने अपनी प्रमुख परियोजना ‘एसईसीएल’ की धड़कन (कोल इंडिया का नन्हा सा दिल का विस्तार) का दूसरा चरण शुरू किया है। 14 फरवरी, 2025 को एसईसीएल और श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल, रायपुर ने विश्व जन्मजात हृदय दोष (सीएचडी) जागरूकता दिवस और कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की स्वर्ण जयंती समारोह पर ‘गिफ्ट आफ लाइफ’ समारोह का आयोजन किया।
SECL के निदेशक (कार्मिक) बिरंची दास की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में, एसईसीएल की सीएसआर पहल, ‘एसईसीएल की धड़कन’ पर प्रकाश डाला गया, जिसमें सीएचडी वाले बच्चों के लिए सफलतापूर्वक 60 सर्जरी की गई है। प्रारंभिक आकलन में बलरामपुर, छत्तीसगढ़ में 57 सीएचडी मामले सामने आने के बाद, एसईसीएल ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अगले 300 बच्चों के इलाज के लिए 4.71 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। परियोजना के दूसरे चरण के तहत 13 बच्चों का पहले ही इलाज किया जा चुका है।