- लाठी-डंडों से पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट, भाजपा विधायक के करीबी पर भी आरोप
अमेठी, 9 अक्टूबर 2024। यूपी के वीआईपी जिले अमेठी में एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां पूर्व प्रधान शिव नारायण सिंह की दबंगों ने लाठी-डंडों और धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी। यह हत्या मंगलवार 8 अक्टूबर को बाजार शुकुल थाना क्षेत्र के संसारपुर गांव में हुई, जिसके बाद से पूरे गांव में तनाव फैल गया है। परिजनों की तहरीर पर 10 नामजद आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अब तक चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।
मंगलवार की सुबह पूर्व प्रधान शिव नारायण सिंह अपने खेतों की तरफ जा रहे थे, तभी विपक्षी पक्ष ने उन पर घात लगाकर हमला कर दिया। हमलावरों ने लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से उन्हें बुरी तरह पीटकर लहूलुहान कर दिया। गंभीर रूप से घायल शिव नारायण सिंह को तुरंत ट्रामा सेंटर ले जाया गया, लेकिन दोपहर में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
देर रात जब शव गांव पहुंचा, तो पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है, जिसे देखते हुए पुलिस ने इलाके में आधा दर्जन थानों के पुलिस बल के साथ पीएसी की तैनाती कर दी है।
मृतक के परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने राजेन्द्र प्रसाद, शानू, रजनीश, मनीष, जितेंद्र उर्फ गुड्डू, गुलाब सिंह, शिवमूरत सिंह, अंकुर सिंह, राज कुमार सिंह, समर बहादुर सिंह और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
मामले में दसवां आरोपी, समर बहादुर सिंह, एक भाजपा विधायक का करीबी बताया जा रहा है, जिससे राजनीतिक दबाव की आशंका भी जताई जा रही है। पुलिस ने फिलहाल चार आरोपियों को हिरासत में लिया है और बाकी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
शिव नारायण सिंह की हत्या के बाद से पूरे गांव में भय और आक्रोश का माहौल है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने गांव में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। घटना की गंभीरता को देखते हुए आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। पुलिस का कहना है कि बाकी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।
इस हत्याकांड से अमेठी में राजनीतिक सरगर्मी भी बढ़ गई है। भाजपा विधायक के करीबी पर लगे आरोपों ने मामले को और भी संवेदनशील बना दिया है। ग्रामीणों और परिजनों का कहना है कि जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं होते, तब तक वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
इस हत्या ने पूरे क्षेत्र में भय और तनाव का माहौल पैदा कर दिया है, और लोग न्याय की मांग कर रहे हैं।