लखनऊ, 3 दिसंबर 2024। यूपी की राजधानी लखनऊ का लाल शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में अपनी प्रतिभा से कमाल दिखायेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और नासा के संयुक्त मिशन एक्सिओम-4 के लिए लखनऊ निवासी ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने नासा में प्रशिक्षण का पहला चरण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह मिशन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारत और अमेरिका के साझा प्रयास का हिस्सा है।
शुभांशु शुक्ला को इस मिशन के लिए प्राइम एस्ट्रोनॉट के तौर पर चुना गया है। उनके साथ इसरो के ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर भी इस मिशन का हिस्सा हैं। दोनों भारतीय एस्ट्रोनॉट्स अप्रैल 2025 में स्पेस-एक्स के क्रू ड्रैगन यान पर सवार होकर अंतरिक्ष की यात्रा करेंगे।
अगस्त 2024 में नासा में शुरू हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम में शुभांशु को अंतरिक्ष में मौजूद जटिलताओं से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा है। प्रशिक्षण में लॉन्चिंग की प्रक्रियाओं का अध्ययन। शून्य ग्रेविटी में आपात स्थितियों का अभ्यास। अंतरिक्ष में जीवन सहायक उपकरणों का संचालन और वैज्ञानिक प्रयोग जैसे विषय शामिल रहे।
शुभांशु के पिता शंभु दयाल शुक्ला ने कहा, हमें ईश्वर पर पूरा भरोसा है, और हम मिशन की सफलता के लिए रोजाना प्रार्थना करते हैं। उनकी मां ऊषा शुक्ला, जो एक धार्मिक गृहिणी हैं, ने भी शुभांशु के साहस और समर्पण की प्रशंसा की।
शुभांशु प्रशिक्षण के दौरान नासा और इसरो की तय की गई डाइट का पालन कर रहे हैं। उनकी पसंद में निश्चित कैलोरी वाला पनीर, उबली सब्जियां, और ब्लैक कॉफी शामिल है। खास बात यह है कि शुभांशु अपना खाना ज्यादातर खुद बनाते हैं।
अप्रैल 2025 में लॉन्च होने वाले एक्सिओम-4 मिशन के तहत शुभांशु और प्रशांत 14 दिनों तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर रहेंगे। वहां वे माइक्रोग्रैविटी में वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे और जीवन सहायक उपकरणों का उपयोग सीखेंगे।