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मध्य पूर्व में व्यापक संघर्ष न तो वांछनीय है और न ही अपरिहार्य

मध्य पूर्व में व्यापक संघर्ष न तो वांछनीय है और न ही अपरिहार्य

मध्य पूर्व में संघर्ष के समाधान पर अमेरिकी राजदूत रॉबर्ट वुड का बयान

न्यूयॉर्क 21 सितंबर, 2024। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में 20 सितंबर को संयुक्त राज्य अमेरिका के विशेष राजनीतिक मामलों के वैकल्पिक प्रतिनिधि, राजदूत रॉबर्ट वुड ने मध्य पूर्व के मौजूदा संकट पर अपना आधिकारिक बयान जारी किया। उन्होंने क्षेत्र में शांति की बहाली और कूटनीतिक प्रयासों पर ज़ोर दिया, साथ ही सुरक्षा परिषद और क्षेत्रीय नेताओं से संयम बरतने की अपील की।

राजदूत वुड ने इसराइल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव पर प्रकाश डाला, जिसमें 2006 के बाद से पहली बार संघर्ष में तेज़ी आई है। उन्होंने कहा, संयुक्त राज्य अमेरिका का मानना है कि मध्य पूर्व में व्यापक संघर्ष न तो वांछनीय है और न ही अपरिहार्य। वुड ने इस बात पर ज़ोर दिया कि आने वाले दिनों में क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नेताओं के कदम इस संकट के भविष्य को निर्धारित करेंगे।

राजदूत वुड ने अपने बयान में इस तथ्य को सामने रखा कि इस संघर्ष ने दोनों ओर के नागरिकों पर गहरा असर डाला है। 7 और 8 अक्टूबर 2023 को लेबनान से बिना उकसावे के इज़रायल पर हमला किया गया, जिसने संघर्ष को और भड़काया। इसके परिणामस्वरूप 100,000 से अधिक लेबनानी और 65,000 से अधिक इजरायली नागरिक विस्थापित हो चुके हैं। उन्होंने कहा, ब्लू लाइन के दोनों ओर के नागरिकों ने अपने घरों को नष्ट होते और अपने खेतों और बगीचों को जलते हुए देखा है।

वुड ने हिज़्बुल्लाह के हमलों और उसकी भूमिका पर भी खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि हिज़्बुल्लाह को ईरान से व्यापक सैन्य सहायता मिलती है और यह संगठन हमास के साथ एकजुटता में इज़रायल पर हमले कर रहा है। वुड ने ईरान पर हिज़्बुल्लाह का समर्थन करने और क्षेत्रीय अस्थिरता फैलाने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि ईरान ने संयुक्त राष्ट्र के संकल्प 1559 और 1701 का उल्लंघन करते हुए हिज़्बुल्लाह को हथियारों और अन्य संसाधनों की आपूर्ति जारी रखी है। राजदूत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ईरान पर दबाव डालने का आह्वान किया ताकि हिज़्बुल्लाह को इस संघर्ष में और इस्तेमाल करने से रोका जा सके।

वुड ने ज़ोर दिया कि केवल एक कूटनीतिक समाधान ही इस क्षेत्र में स्थिरता ला सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका क्षेत्रीय शांति की बहाली के लिए प्रयासरत रहेगा। संयुक्त राज्य अमेरिका का मानना है कि एक कूटनीतिक समाधान ही विस्थापित लेबनानी और इजरायली नागरिकों के लिए सुरक्षा और संरक्षा के साथ अपने घरों में लौटने का एकमात्र तरीका है।

राजदूत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से आग्रह किया कि वह लेबनान के लोगों को और अधिक त्रासदी से बचाने में सहायता करे। उन्होंने कहा कि लेबनान के पूरे क्षेत्र में स्थिरता और शांति स्थापित करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों का समर्थन करना अत्यावश्यक है।

वुड ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि सभी पक्ष अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करेंगे और नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए सभी उचित कदम उठाएंगे।