लखनऊ, 12 जनवरी 2025। यूपीएससी की कठिन परीक्षा में सफलता पाने का सपना देखने वाले उम्मीदवारों के लिए युवा आईपीएस अंशिका वर्मा प्रेरणा का स्रोत बन चुकी हैं। 25 साल की उम्र में आईपीएस बनने वाली अंशिका वर्मा ने यह सफलता बिना किसी कोचिंग के, सिर्फ सेल्फ स्टडी के माध्यम से हासिल की। उनकी यह कहानी न केवल दृढ़ता और मेहनत का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सही दिशा और संकल्प के साथ किसी भी लक्ष्य को पाया जा सकता है।
प्रयागराज जिले की रहने वाली अंशिका वर्मा का जन्म 1996 में हुआ। उन्होंने 2018 में नोएडा के एक कॉलेज से बी.टेक की पढ़ाई पूरी की और इसके बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की। पहले प्रयास में असफल रहने के बावजूद, अंशिका ने हार नहीं मानी और अपने दूसरे प्रयास में सफलता प्राप्त करते हुए 2021 बैच की आईपीएस अधिकारी बनीं।
अंशिका की पहली पोस्टिंग आगरा के फतेहपुर सीकरी थाने में एसएचओ के रूप में हुई। इसके बाद, दिसंबर 2023 में उन्हें गोरखपुर में सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के रूप में तैनात किया गया। गोरखपुर में अंशिका ने कानून व्यवस्था को मजबूत करते हुए मनी म्यूल और फर्जी स्टांप जैसे बड़े मामलों को सुलझाया। उनके प्रयासों ने न केवल स्थानीय अपराध दर को कम किया, बल्कि पुलिस बल और जनता के बीच विश्वास भी बढ़ाया।
गोरखपुर में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए उन्हें बरेली दक्षिण के पुलिस अधीक्षक के पद पर पदोन्नत किया गया। एसपी दक्षिण के रूप में उनका कार्यकाल न केवल कानून प्रवर्तन के लिए अनुकरणीय रहा है, बल्कि उन्होंने महिलाओं और युवाओं के लिए भी प्रेरणा का काम किया है।
अंशिका वर्मा का जीवन उन उम्मीदवारों को एक मजबूत संदेश देता है जो मानते हैं कि सेल्फ स्टडी और निरंतर प्रयास से बड़े से बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने दिखाया कि असफलताएं केवल मार्गदर्शन करती हैं और सफलता पाने की राह को और मजबूत बनाती हैं।
अंशिका की उपलब्धियों पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और समाज के विभिन्न वर्गों ने उन्हें बधाई दी है। एसएसपी अनुराग आर्य और अपर निरीक्षक अभियोजन राजेश कुमार ने उनके उत्कृष्ट कार्यों की प्रशंसा की।
अंशिका वर्मा की कहानी दृढ़ता, अनुशासन और आत्मविश्वास का प्रतीक है। उनकी यात्रा यह सिखाती है कि यदि आप अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित हैं, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। अंशिका का जीवन उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को हकीकत में बदलने की हिम्मत रखते हैं।