रायपुर, 4 दिसंबर 2024। किसान की बिटिया किरन, ऐसे मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणास्रोत है जो आर्थिक अभाव के चलते कोचिंग नहीं कर सकते। उसने बगैर किसी कोचिंग का सहारा लिये सेल्फ स्टडी की और दूसरे प्रयास में छत्तीसगढ़ की राज्य प्रशासनिक सेवा में चयनित होकर अफसर बन गयी।
कर्तव्य और निष्ठा से मेहनत करके दो सालों के भीतर ही यह उपलब्धि हासिल कर ली। वह सेल्फ स्टडी से न केवल सीजीपीएससी परीक्षा क्रैक की बल्कि चौथी रैंक हासिल कर टाप टेन में अपना नाम दर्ज कराने में कामयाब रही।
आइये आपको किरन से परिचित कराते हैं। किरन छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी के नवागांव वेंकट की रहने वाली हैं। पिता गजेन्द्र सिंह राजपूत किसान हैं। किरण राजपूत ने बताया कि उनका पारिवारिक पृष्ठभूमि किसान परिवार से है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल और 12वीं तक की पढ़ाई झाफल में हुई।
बिलासा गर्ल्स कालेज बिलासपुर में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने सीजीपीएससी की तैयारी शुरू की। घर में सेल्फ स्टडी कर परीक्षा की तैयारी की। पहले प्रयास में सीजीपीएससी की मुख्य परीक्षा में नहीं निकलने पर उनका आत्मविश्वास कम हो गया था, लेकिन परिवार के लोगों ने हौसला बढ़ाते हुए तैयारी जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। इसका सकारात्मक परिणाम सीजीपीएससी 2023 के रिजल्ट में देखने को मिला। वह दूसरे प्रयास में चौथे रैंक से परीक्षा पास की।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने 28 नवंबर को सीजी पीएससी 2023 का रिजल्ट जारी किया। किरन की सफलता यह संदेश देती है कि प्रतिभा के सामने सारी चुनौतियां नतमस्तक हैं।
कलेक्टर-एसपी ने किया सम्मान
सीजीपीएससी में सेल्फ स्टडी से चाथी रैंक पाने वाली किरन राजूपत का कलेक्टर राहुल देव और एपी भोजराम पटेल ने सम्मान किया। कलेक्टर राहुल देव ने कहा कि एक किसान की बेटी ने कई चुनौतियों के बावजूद अपनी कड़ी मेहनत और लगन से सीजीपीएससी में चौथा रैंक हासिल की है, जो जिले के लिए गौरव की बात है।
उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि प्रतिभा के सामने सारी चुनौतियां नतमस्तक है। अपनी मेहनत और लगन को जारी रखते हुए विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए भी लक्ष्य से नहीं भटकना है। तभी आपको मंजिल मिलेगी। एसपी पटेल ने किराण को आगे भी अपनी पढ़ाई को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव ने बढ़ाया हौसला
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मेधावी किरन राजपूत का हौसला बढ़ाते हुए अपने आवास बुलाकर उसका सम्मान किया। किरन राजपूत ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में परीक्षा प्रक्रिया की शुचिता को बनाए रखने के लिए जो निश्चय किया गया है और कड़े फैसले लिए गए हैं, इससे हम सभी युवाओं को नई ऊर्जा मिली है। किरन ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और अपने अध्यापकों को दिया। उसने बताया कि कठिन परिस्थितियों के बावजूद परीक्षा को लेकर छात्र हित में शासन के निर्णयों ने मेरे सपनों को साकार करने का जज्बा बनाए रखा।