लखनऊ, 15 अप्रैल 2025। आदित्य मोहन सिन्हा की कहानी उन युवाओं के लिए एक जीवंत मिसाल है जो किसी बड़े लक्ष्य को पाने की तैयारी कर रहे हैं। यह कहानी बताती है कि मेहनत, लगन और आत्मविश्वास से हर सपना साकार किया जा सकता है।
आदित्य मोहन सिन्हा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरपुर के निवासी हैं। उन्होंने 2023 में UPSC CAPF परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 29 हासिल कर सफलता का परचम लहराया।
बिना किसी कोचिंग, सिर्फ सेल्फ स्टडी और यूट्यूब जैसे डिजिटल साधनों से पढ़ाई कर आदित्य ने यह मुकाम पाया। उनका कहना है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। धैर्य, समर्पण और निरंतर अभ्यास ही कामयाबी की कुंजी है।
सक्सेस टिप्स बाय आदित्य मोहन सिन्हा
- कोई भी लक्ष्य दूर नहीं अगर समर्पण पूरा हो।
आदित्य ने 2022 में पहला अटेम्प्ट दिया लेकिन फिजिकल में रह गए। हार नहीं मानी, और 2023 में फिर से तैयारी की – इस बार रैंक-29 के साथ चयन हुआ। - सेल्फ स्टडी बनी सफलता की रीढ़।
कोचिंग के बजाय यूट्यूब और ऑनलाइन कंटेंट का सहारा लिया। नियमित अभ्यास और रिवीजन को दिनचर्या का हिस्सा बनाया। - प्रेरणा बनते हैं परिवार के सपने।
दादा की पुलिस की वर्दी पहनकर बचपन में खेलना, दादी के कहे शब्द- मेरा पोता भी वर्दी पहनेगा, यही बनीं उनके लक्ष्य की नींव। - शरीरिक तैयारी को न करें नजरअंदाज।
फिजिकल ट्रेनिंग में पिता से मिले मार्गदर्शन ने उन्हें मजबूती दी। UPSC CAPF जैसे एग्जाम में फिजिकल फिटनेस उतना ही जरूरी है जितना रिटेन।
फैसला जो फर्क लाया
B.Tech के बाद जब आदित्य कॉर्पोरेट की राह पर जा सकते थे, तब उन्होंने देश सेवा का सपना चुना और उसे पूरा कर दिखाया।
आदित्य का संदेश है कि हर प्रतियोगी को खुद पर विश्वास रखना चाहिए, क्योंकि जब आप ठान लेते हैं, तो रास्ते खुद-ब-खुद बनने लगते हैं।