प्रतापगढ़, 22 मार्च 2025। शिक्षा केवल अक्षरों की पहचान नहीं, बल्कि संस्कारों और चेतना का प्रकाश है। इसी भावना को साकार करते हुए बेसिक शिक्षा विभाग के तत्वावधान में हमारा आंगन, हमारे बच्चे कार्यक्रम, निपुण सम्मान समारोह एवं पीएम श्री विद्यालय कार्यशाला का आयोजन हादी हाल में संपन्न हुआ। यह आयोजन न केवल शिक्षा के नए प्रतिमानों को स्थापित करने का अवसर बना, बल्कि समाज और समुदाय की भागीदारी का भी जीवंत उदाहरण प्रस्तुत किया।
शिक्षा के मंदिर में रोशनी का आगाज
कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी शिव सहाय की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ। मां सरस्वती के चरणों में पुष्प अर्पण और दीप प्रज्वलन के साथ ज्ञान और विद्या के इस महोत्सव की शुरुआत हुई। संडीला गौरा के कंपोजिट विद्यालय की बालिकाओं ने मधुर स्वर में सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर वातावरण को भक्ति और श्रद्धा से भर दिया, वहीं प्राथमिक विद्यालय शंकर दयाल रोड नगर क्षेत्र के विद्यार्थियों ने हृदय स्पर्शी स्वागत गीत प्रस्तुत कर सभी अतिथियों का अभिनंदन किया।
शिक्षा और समुदाय की साझेदारी पर मंथन
कार्यक्रम के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने हमारा आंगन, हमारे बच्चे कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समुदाय की भागीदारी ही बच्चे के समग्र विकास की कुंजी है। उन्होंने शिक्षा को केवल विद्यालय तक सीमित न रखते हुए इसे परिवार और समाज की जिम्मेदारी बताया। इसके बाद, पीएम श्री विद्यालयों की भूमिका को विस्तार देते हुए खंड शिक्षा अधिकारी सदर एवं जिला समन्वयक निर्माण ने प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के क्षमता संवर्धन पर विचार रखे।
ज्ञान और संस्कार का संगम
जिलाधिकारी महोदय ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में कहा कि ज्ञानार्जन की पहली पात्रता शिक्षक और किताबों के प्रति श्रद्धा है। शिक्षा केवल डिग्री का नाम नहीं, बल्कि संस्कारों का सृजन है। शिक्षक का कर्तव्य केवल पढ़ाना नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण करना भी है।
इस अवसर पर उन्होंने 960 निपुण विद्यालयों के चयनित शिक्षकों और विद्यार्थियो को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही, नई शिक्षा नीति की चुनौतियों पर चर्चा करते हुए उन्होंने बेसिक शिक्षा, बाल विकास और पुष्टाहार विभागों के समन्वित प्रयास को आवश्यक बताया।
प्रतिभाओं का सम्मान, समर्पण का उत्सव
कार्यक्रम के अंत में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जिला समन्वयक प्रशिक्षण ने प्री-प्राइमरी शिक्षा में उत्कृष्ट योगदान देने वाले नोडल शिक्षकों, नोडल संकुल, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं बाल विकास पुष्टाहार विभाग के सुपरवाइजरों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। यह पल शिक्षा के प्रति समर्पित उन सभी हस्तियों के लिए एक गर्व और प्रेरणा का क्षण बना।
भागीदारी और समर्पण का भव्य मंच
इस गरिमामयी आयोजन में प्रतापगढ़ के 18 ब्लॉकों के 1490 विद्यालयों में से चयनित 960 निपुण विद्यालयों के शिक्षक, निपुण विद्यार्थी, उनके अभिभावक, प्रधानाध्यापक, खंड शिक्षा अधिकारी, जिला आयुक्त स्काउट गाइड, जिला समन्वयक प्रशिक्षण, व्यायाम शिक्षक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन चंद्रजीत यादव और आशुतोष निर्मल ने अपने प्रभावी शैली में किया, जिससे संपूर्ण आयोजन सुगठित, सार्थक और प्रेरणादायी बना।