ट्रेड कनेक्ट ई-प्लेटफ़ॉर्म से वैश्विक बाजार में आसान हुई भारतीय निर्यातकों की पहुंच

ट्रेड कनेक्ट ई-प्लेटफ़ॉर्म से वैश्विक बाजार में आसान हुई भारतीय निर्यातकों की पहुंच

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नई दिल्ली, 12 सितंबर 2024। नई दिल्ली में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री, पीयूष गोयल ने ‘ट्रेड कनेक्ट ई-प्लेटफ़ॉर्म’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने इस प्लेटफ़ॉर्म को निर्यातकों के लिए एक परिवर्तनकारी और सुलभ पहल बताया, जो भारत के निर्यातकों को नए वैश्विक बाजारों तक पहुंचने में मदद करेगा। श्री गोयल ने कहा कि भारत को विश्व बाजार में अवसरों की पहचान करनी चाहिए और इस प्लेटफ़ॉर्म की मदद से देश अपनी वैश्विक हिस्सेदारी बढ़ाने में सक्षम होगा।

श्री गोयल ने बताया कि यह प्लेटफ़ॉर्म न केवल बड़े व्यवसायों बल्कि छोटे किसानों, व्यवसायों और उद्यमियों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा। वे इस मंच के माध्यम से मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) के लाभों का उपयोग करके अपने व्यापार का विस्तार कर सकेंगे।

केंद्रीय मंत्री ने यह भी घोषणा की कि अगले ट्रेड बोर्ड की बैठक से पहले इस ई-प्लेटफ़ॉर्म का नया संस्करण, ‘प्लेटफ़ॉर्म 2.0’, और भी अधिक उन्नत सुविधाओं के साथ तैयार हो जाएगा। इसे हिंदी सहित कई अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में लॉन्च किया जाएगा ताकि यह देश के सभी हिस्सों तक पहुँच सके। श्री गोयल ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार लगातार क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है।

श्री गोयल ने इस डिजिटल पहल को भविष्यवादी बताते हुए कहा कि यह व्यापार से जुड़ी सूचनाओं और डेटा की पहुंच को बढ़ाता है। उन्होंने ‘ट्रेड कनेक्ट ई-प्लेटफ़ॉर्म‘ को निर्यातकों के लिए एक स्मार्ट और प्रभावी समाधान बताया। अपने संबोधन में उन्होंने 2030 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की वस्तुओं और 1 ट्रिलियन डॉलर की सेवाओं के निर्यात का लक्ष्य दोहराया, और इस प्लेटफ़ॉर्म की मदद से इसे हासिल करने की उम्मीद जताई।

‘ट्रेड कनेक्ट ई-प्लेटफ़ॉर्म’ भारतीय निर्यातकों के लिए व्यापार संबंधित जानकारी, जैसे उत्पाद और कंट्री गाइड, एफटीए लाभ, वैश्विक ई-कॉमर्स गाइड और निर्यातकों के लिए शैक्षिक संसाधन प्रदान करता है। यह मंच उन्हें भारतीय मिशनों, निर्यात संवर्धन परिषदों और अन्य विशेषज्ञों से जोड़ता है, जिससे उनका वैश्विक व्यापार सरल हो सके।

इस मंच के माध्यम से भारतीय निर्यातक अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक अधिक कुशलता से पहुँच सकेंगे और अपने व्यवसायों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना सकेंगे। इसका उद्देश्य उच्च निर्यात मात्रा, अधिक बाजार विविधीकरण और समग्र आर्थिक विकास में योगदान देना है।

इस डिजिटल पहल के साथ, सरकार का लक्ष्य व्यापार में पारदर्शिता बढ़ाना और व्यवसायों को महत्वपूर्ण व्यापारिक जानकारी तक आसानी से पहुँचाना है।