वॉशिंगटन, 6 नवंबर 2024। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ी जीत दर्ज कर एक बार फिर सत्ता में वापसी की है। ट्रंप की इस जीत ने अमेरिका और दुनिया भर में हलचल मचा दी है। उनकी जीत पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते उनके नेतृत्व में और मजबूत होंगे।
2024 का यह चुनाव अमेरिकी इतिहास के सबसे विवादित और चर्चित चुनावों में से एक रहा है। ट्रम्प की यह जीत उनके राजनीतिक प्रभाव और उनकी ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति का पुनः समर्थन दर्शाती है। चार साल बाद व्हाइट हाउस में लौटने वाले ट्रम्प ने अपनी नीतियों और रणनीतियों से न केवल अपने समर्थकों को, बल्कि दुनिया को भी प्रभावित किया है। ट्रम्प का चुनाव अभियान मुख्य रूप से अमेरिकी अर्थव्यवस्था, राष्ट्रीय सुरक्षा, और विदेशी संबंधों पर केंद्रित रहा, जिसमें उन्होंने अमेरिकी नागरिकों के हितों को प्राथमिकता देने की बात कही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को उनकी जीत पर बधाई देते हुए ट्वीट किया, डोनाल्ड ट्रम्प को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई! मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में भारत-अमेरिका साझेदारी नई ऊंचाइयों को छूएगी और हमारे दोनों देशों के संबंधों में एक नई ऊर्जा आएगी। पीएम मोदी और ट्रम्प के बीच पहले भी दोस्ताना संबंध रहे हैं, जो भारत और अमेरिका के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों की नींव माने जाते हैं।
ट्रम्प की जीत से भारत-अमेरिका संबंधों में सकारात्मक दिशा की उम्मीद की जा रही है। ट्रम्प ने अपने पिछले कार्यकाल में भारत के साथ विभिन्न समझौतों को बढ़ावा दिया था, विशेषकर रक्षा और व्यापार के क्षेत्रों में। भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से दोनों देशों ने कई साझेदारियाँ की हैं, जिनका असर दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर देखने को मिल सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रम्प के फिर से राष्ट्रपति बनने से भारत और अमेरिका के संबंध और भी प्रगाढ़ होंगे, खासकर एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने के मुद्दों पर।
ट्रंप की जीत का असर
ट्रंप की इस जीत का असर वैश्विक स्तर पर भी देखने को मिलेगा। अमेरिका की विदेश नीति में उनके प्रभावशाली रुख से कई देशों में उनके नेतृत्व को लेकर मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिली है। रूस, चीन और पश्चिम एशिया के कई देशों पर उनकी नीतियों का सीधा असर हो सकता है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था, आप्रवासन नीति, और वैश्विक जलवायु परिवर्तन समझौते जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ट्रंप का रुख बहुत हद तक निर्णायक भूमिका निभा सकता है।
ट्रंप का ‘अमेरिका फर्स्ट’ एजेंडा
ट्रंप का प्रसिद्ध ‘अमेरिका फर्स्ट’ एजेंडा उनके समर्थकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। इस एजेंडे के तहत ट्रंप ने अमेरिकी नौकरियों और उद्योगों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही है। ट्रंप के पिछले कार्यकाल में इसी एजेंडे के चलते कई आर्थिक सुधार हुए थे और उनके समर्थकों का मानना है कि उनकी नीतियों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था में फिर से वृद्धि होगी।
डोनाल्ड ट्रंप की यह जीत अमेरिका के राजनीतिक परिदृश्य में बड़े बदलाव का संकेत है। उनके नेतृत्व में अमेरिका के घरेलू और विदेशी नीतियों में क्या परिवर्तन होंगे, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा। प्रधानमंत्री मोदी का ट्रंप को बधाई संदेश और दोनों नेताओं के बीच अच्छे संबंध इस बात की ओर इशारा करते हैं कि भारत और अमेरिका की दोस्ती एक नई दिशा में आगे बढ़ेगी। ट्रंप की यह वापसी अमेरिका और भारत के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोल सकती है।