नई दिल्ली, 10 नवंबर 2024 । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने युवा शोधकर्ताओं को उनके क्षेत्र में अद्वितीय योगदान के लिए प्रोत्साहित करने हेतु पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति पत्र की शुरुआत की है। यह पुरस्कार शोधकर्ताओं को हर साल प्रदान किया जाएगा और इसका उद्देश्य उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है। यूजीसी ने विश्वविद्यालयों से अपील की है कि वे इस कार्यक्रम के तहत योग्य शोधार्थियों का चयन कर नामांकन प्रक्रिया को सुनिश्चित करें। नामांकन की आवेदन प्रक्रिया 1 जनवरी, 2025 से शुरू होगी।
भारत में पीएचडी के प्रति बढ़ती रुचि
2011 से 2018 के बीच हुए एक अध्ययन के अनुसार, पीएचडी में प्रवेश लेने वाले छात्रों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि देखी गई है। वर्ष 2010-11 में पीएचडी के लिए 77,798 आवेदन प्राप्त हुए थे, जो 2017-18 तक बढ़कर 1,61,412 तक पहुँच गए। इससे उच्च शिक्षा में शोध के प्रति छात्रों की बढ़ती रुचि और समर्पण का पता चलता है।
कौन कर सकता है आवेदन?
इस पुरस्कार के लिए आवेदन करने वाले शोधकर्ताओं को विभिन्न क्षेत्रों में पीएचडी का शोध प्रस्तुत करना होगा। निम्नलिखित क्षेत्रों के शोधकर्ता आवेदन कर सकते हैं:
- विज्ञान (कृषि विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान सहित)
- इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी
- सामाजिक विज्ञान (शिक्षा और मानविकी सहित)
- भारतीय भाषाएं, वाणिज्य और प्रबंधन
वे शोधार्थी जिन्होंने किसी राज्य, केंद्रीय, निजी या डीम्ड-टू-बी विश्वविद्यालय से पीएचडी पूरी कर ली है और शोध प्रबंध का सफलतापूर्वक बचाव किया है, इस पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकते हैं। हर विषय में से चयनित दो शोधार्थियों को यूजीसी द्वारा विशेष प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
आवेदन के लिए महत्वपूर्ण तिथियां
प्रत्येक वर्ष यूजीसी द्वारा शिक्षक दिवस (5 सितंबर) पर यह प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। इस पुरस्कार के आयोजन की प्रमुख तिथियां निम्नलिखित हैं:
- 1 जनवरी: नामांकन पोर्टल की शुरुआत
- 31 मार्च: विश्वविद्यालयों द्वारा नामांकन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि
- 1 अगस्त: चयन समिति द्वारा विजेताओं की सिफारिश
- 5 सितंबर: शिक्षक दिवस पर पुरस्कार वितरण समारोह
पीएचडी छात्रों के लिए पात्रता मानदंड
इस पुरस्कार के लिए चयनित होने हेतु शोधकर्ताओं को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है:
- शोध प्रबंध का यूआरएल INFLIBNET वेबसाइट पर अपलोड किया गया हो।
- शोधकार्य से महत्वपूर्ण प्रकाशन या पेटेंट हासिल किया हो।
- पीएचडी थीसिस, यूजीसी द्वारा अधिसूचित “पीएचडी डिग्री प्रदान करने के लिए न्यूनतम मानक और प्रक्रिया” के तहत अनुमोदित हो।
- पीएचडी डिग्री 1 जनवरी से 31 दिसंबर के बीच के दीक्षांत समारोह में प्राप्त की हो।
- प्रत्येक विश्वविद्यालय अधिकतम पांच शोध प्रबंधों का नामांकन कर सकता है, जिसमें हर विषय से एक का चयन होगा।
चयन प्रक्रिया
इस पुरस्कार की चयन प्रक्रिया के लिए दो प्रमुख समितियां बनाई जाएंगी:
- विश्वविद्यालय स्तर पर स्क्रीनिंग समिति: प्रत्येक विश्वविद्यालय अपने स्तर पर स्क्रीनिंग करेगा और पात्र शोधार्थियों का चयन करेगा।
- यूजीसी स्तर पर चयन समिति: यूजीसी पांच अलग-अलग चयन समितियां बनाएगा, जो हर क्षेत्र से दो उम्मीदवारों का चयन करेंगी।