टीबी उन्मूलन के लिए विकसित की जाएगी वैक्सीन

टीबी उन्मूलन के लिए विकसित की जाएगी वैक्सीन

Health

न्यूयॉर्क, 27 सितंबर 2024। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 79वें सत्र के अवसर पर स्टॉप टीबी पार्टनरशिप द्वारा आयोजित ‘इंटरैक्टिव टीबी वैक्सीन डायलॉग’ में भाग लिया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में, उन्होंने स्टॉप टीबी पार्टनरशिप बोर्ड की अध्यक्ष के रूप में टीबी उन्मूलन के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया और टीबी के वैश्विक उन्मूलन में टीबी वैक्सीन के महत्व पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम के दौरान, राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने टीबी उन्मूलन की दिशा में भारत की ठोस प्रगति और प्रतिबद्धता पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत टीबी उन्मूलन के वैश्विक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इसके लिए सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर कई रणनीतिक कार्यक्रम चलाए हैं।

भारत ने 2025 तक टीबी को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है, जो वैश्विक लक्ष्यों से पांच साल पहले का है। इस दिशा में भारत ने टीबी की जांच, निदान और उपचार के लिए व्यापक योजनाएं तैयार की हैं।

टीबी वैक्सीन की महत्वपूर्ण भूमिका

राज्य मंत्री ने वैश्विक स्तर पर टीबी उन्मूलन के प्रयासों में टीबी वैक्सीन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि टीबी के खिलाफ वैक्सीन विकसित करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि इस बीमारी को स्थायी रूप से समाप्त किया जा सके।

टीबी वैक्सीन के विकास के बिना टीबी उन्मूलन के लक्ष्यों को प्राप्त करना मुश्किल होगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत टीबी के खिलाफ टीकों के विकास में शोध और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहा है।

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप की भूमिका

स्टॉप टीबी पार्टनरशिप बोर्ड की अध्यक्ष के रूप में, राज्य मंत्री ने इस संगठन के प्रयासों की सराहना की। स्टॉप टीबी पार्टनरशिप एक वैश्विक गठबंधन है जो टीबी उन्मूलन के लिए सरकारों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, शोधकर्ताओं और समाज के अन्य हितधारकों को एक मंच पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस अवसर पर उन्होंने इस संगठन के साथ मिलकर काम करने और टीबी उन्मूलन के लिए ठोस कदम उठाने के महत्व पर जोर दिया।

राज्य मंत्री ने ‘इंटरैक्टिव टीबी वैक्सीन डायलॉग’ के माध्यम से टीबी वैक्सीन के महत्व पर विचार-विमर्श किया और वैश्विक स्तर पर टीबी उन्मूलन के लिए सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने भारत की ओर से यह संदेश दिया कि देश टीबी उन्मूलन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए वैश्विक सहयोग और नवाचार को प्रोत्साहित करने में अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा।

टीबी उन्मूलन के लिए वैक्सीन विकास और समन्वित प्रयासों से, दुनिया भर में इस बीमारी को समाप्त करने का लक्ष्य और अधिक सुलभ हो जाएगा।