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विजयादशमी पर निकली गोरखनाथ मंदिर से भव्य शोभायात्रा, सीएम योगी पर बरसे श्रद्धा के फूल

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विजयादशमी पर निकली गोरखनाथ मंदिर से भव्य शोभायात्रा, सीएम योगी पर बरसे श्रद्धा के फूल

लखनऊ, 12 अक्टूबर 2024। विजयादशमी, जिसे धर्म, सत्य और न्याय की विजय का प्रतीक माना जाता है, के अवसर पर शनिवार शाम गोरखनाथ मंदिर से एक भव्य और पारंपरिक विजयादशमी शोभायात्रा निकाली गई। इस शोभायात्रा की विशेषता यह रही कि इसमें गोरक्षपीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आस्था और श्रद्धा के फूलों की बारिश होती रही। शोभायात्रा में उमंग, उत्साह और उल्लास का संचार था, जो पूरे मार्ग में सामाजिक समरसता और एकता के संदेश को प्रकट करता रहा।

नाथ संप्रदाय से जुड़ी गोरक्षपीठ का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक प्रसिद्ध है। गोरक्षपीठ के अनेक अनुष्ठान धार्मिक दृष्टिकोण से अद्वितीय और विहंगम माने जाते हैं। इन अनुष्ठानों में विजयादशमी की शोभायात्रा का एक महत्वपूर्ण स्थान है, जो हर साल इस महापर्व के अवसर पर निकाली जाती है। इस बार की शोभायात्रा और भी खास थी क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरु गोरखनाथ का पूजन करके उनका आशीर्वाद लिया और फिर नए रथ पर सवार होकर इस यात्रा की अगुवाई की।

शाम करीब चार बजे शुरू हुई यह शोभायात्रा बड़े धूमधाम से निकाली गई। यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कार्यक्रम शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से संपन्न हो। हर ओर से उठते जय श्रीराम के नारों और वाद्ययंत्रों की गूंज से यात्रा का मार्ग गूंजता रहा। श्रद्धालुओं ने पूरे मार्ग में यात्रा का स्वागत किया और योगी आदित्यनाथ पर फूलों की वर्षा कर अपनी आस्था प्रकट की।

शोभायात्रा गोरखनाथ मंदिर से शुरू होकर मानसरोवर मंदिर पहुंची, जहां गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने देवाधिदेव महादेव और अन्य देवताओं की वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की। इस दौरान महादेव का अभिषेक भी किया गया। पूजन के बाद, शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान की ओर अग्रसर हुई, जहां रामलीला का मंचन जारी था।

रामलीला के इस मंच पर पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रभु श्रीराम का राजतिलक किया। उन्होंने प्रभु श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमानजी का विधिवत पूजन किया और आरती भी उतारी। इस धार्मिक अनुष्ठान ने पूरे आयोजन को विशेष गरिमा प्रदान की, जिसे देखने आए हजारों श्रद्धालुओं के मन में आस्था और उत्साह की भावना जाग उठी।

इस शोभायात्रा ने न केवल धार्मिक आस्था को बढ़ावा दिया बल्कि सामाजिक समरसता के ताने-बाने को भी मजबूत किया। पूरे मार्ग में यात्रा का स्वागत जिस तरीके से किया गया, उससे समाज में एकता और भाईचारे का संदेश प्रकट हुआ। विजयादशमी के इस पर्व पर न केवल गोरखनाथ मंदिर से जुड़े श्रद्धालु, बल्कि लखनऊ और आस-पास के लोग भी इस शोभायात्रा का हिस्सा बने।

गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर से अपने अनुयायियों के बीच धर्म और आस्था का संदेश फैलाया। उनके नेतृत्व में निकली इस शोभायात्रा ने समाज में शांति, एकता और सद्भाव का वातावरण निर्मित किया। इस आयोजन से यह स्पष्ट हुआ कि धार्मिक आस्था और समर्पण किस तरह से समाज को एकजुट कर सकते हैं।

विजयादशमी का यह पावन पर्व गोरखनाथ मंदिर से निकली शोभायात्रा के रूप में एक अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत करता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में इस शोभायात्रा ने धार्मिक आस्था और सामाजिक समरसता का संदेश दिया। इस आयोजन ने न केवल विजयादशमी के धार्मिक महत्व को प्रदर्शित किया बल्कि समाज में शांति और सद्भाव का संदेश भी फैलाया।