दुर्गूकोंदल, 28 मार्च 2025। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में जल जीवन मिशन बुरी तरह फेल होता नजर आ रहा है। करोड़ों की लागत से बिछाई गई पाइपलाइन और लगाए गए नल महज दिखावे के लिए हैं, क्योंकि ग्रामीणों को पानी की एक बूंद तक नसीब नहीं हो रही। गर्मी शुरू होते ही दुर्गूकोंदल और आसपास के गांवों में जल संकट गहरा गया है, लेकिन प्रशासन आंख मूंदे बैठा है।
सराधुघमरे के स्कूलपारा में जल जीवन मिशन के तहत बनाई गई टंकी से 19 नल जोड़े गए, लेकिन इनमें से 13 नलों में पानी आना तो दूर, कभी एक बूंद भी नहीं टपकी! ग्रामीण नंदकुमार गुरूवर ने बताया कि 2024 में लाखों खर्च कर टंकी बनाई गई, मगर पानी केवल 6 नलों तक ही पहुंचता है। बाकी 13 नलों में आज तक पानी नहीं आया।
जनप्रतिनिधि और प्रशासन मौन
गांव-गांव में सूखे पड़े नलों की हकीकत प्रशासन के ढीले रवैये को उजागर करती है। जब कांकेर जिले के पीएचई विभाग के जिला अधिकारी बी.एन. भोयर से इस गंभीर समस्या पर सवाल किया गया, तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए जवाब देना भी जरूरी नहीं समझा। क्या यही सरकारी जिम्मेदारी है?
ग्रामीण गुस्से में, आंदोलन की चेतावनी
गांव के लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। गर्मी में पानी के लिए तरस रहे लोग आखिर कब तक सरकार की झूठी योजनाओं का खामियाजा भुगतते रहेंगे? सवाल यह है कि जब नलों में पानी ही नहीं आना था, तो फिर करोड़ों रुपये किसकी जेब में गए?
रिपोर्ट : दिनेश नथानी