लखनऊ, 31 अगस्त 2024। पद के दुरुपयोग, काम में लापरवाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ योगी सरकार का कड़ा रुख जारी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर चकबंदी विभाग में लापरवाह और अनियमितता बरतने वाले अधिकारियों पर लगातार कार्रवाई हो रही है। इसी क्रम में आठ मंडलों के दो दर्जन से अधिक चकबंदी अधिकारियों पर गाज गिरी है।
इनमें 13 बंदोबस्त अधिकारियों को निलंबन, जवाब-तलब और अनुशासनिक कार्रवाई का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा, एक उप संचालक चकबंदी अधिकारी को पद से हटाने और एक अन्य को लापरवाही के लिए जवाब तलब किया गया है। साथ ही, कई अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कदम उठाए गए हैं।
चकबंदी आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप, समय-समय पर जीरो टॉलरेंस नीति के तहत विभाग की समीक्षा बैठकें की जाती हैं। हाल ही में हुई एक समीक्षा बैठक में कई अधिकारियों की लापरवाही, अनियमितता और भ्रष्टाचार में लिप्त गतिविधियों की पहचान की गई।
इस रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। इस क्रम में प्रयागराज, वाराणसी, मीरजापुर, आजमगढ़, गोरखपुर, बस्ती, अयोध्या और देवीपाटन मंडलों के चकबंदी अधिकारियों पर कार्रवाई की गई।
इन अधिकारियों पर हुई कार्रवाई
चकबंदी कार्यों में अपेक्षित प्रगति न होने के कारण बरेली, हरदोई, ललितपुर, उन्नाव, चित्रकूट और जौनपुर के बंदोबस्त अधिकारी क्रमश: पवन कुमार सिंह, श्रीप्रकाश चंद्र उत्तम, राकेश कुमार, सुरेश कुमार सागर, मनोहर लाल और स्वतंत्र वीर सिंह यादव से जवाब तलब किया गया है।
प्रतापगढ़ के उप संचालक चकबंदी राकेश कुमार गुप्ता को पर्यवेक्षणीय दायित्व का निर्वहन न करने पर स्पष्टीकरण तलब किया गया, जबकि गोरखपुर के उप संचालक चकबंदी अधिकारी राज नारायण त्रिपाठी को कार्य की प्रगति संबंधी सूचना न देने पर पद से हटाने के लिए नियुक्ति विभाग को पत्र लिखा गया है।
सेवानिवृत्त सहायक चकबंदी अधिकारी रमेश पाल सिंह राणा के सेवाकाल में अनियमितता पाए जाने पर उनकी पेंशन में 20 प्रतिशत कटौती का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
कुशीनगर के बंदोबस्त अधिकारी निलंबित
राहत आयुक्त ने बताया कि कुशीनगर के बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी, संतोष कुमार को कार्य में लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही, विभागीय कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। वाराणसी के बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी, पवन कुमार सिद्धू को धारा-52 में लक्षित ग्राम अजगरा का कार्य पूरा न करने और स्थानांतरित चकबंदी लेखपालों को अवमुक्त न करने के कारण अनुशासनिक कार्रवाई का सामना करना पड़ा है। शाहजहांपुर, मीरजापुर, गोरखपुर और देवरिया के बंदोबस्त अधिकारी क्रमश: मोहन लाल तत्कालीन, नरेंद्र सिंह, शशिकांत शुक्ला और पवन पांडेय के खिलाफ भी अनुशासनिक कदम उठाए गए हैं।
अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई
कन्नौज के बंदोबस्त अधिकारी धर्मेंद्र सिंह, बाराबंकी के चकबंदी अधिकारी शिव नारायण गुप्ता, और बाराबंकी के कनिष्ठ सहायक उमाशंकर के खिलाफ अनियमितता पर अनुशासनिक कार्रवाई की गई है। फतेहपुर के ग्राम ललौती में कार्य पूर्ण न होने पर सहायक चकबंदी अधिकारी महेंद्र सिंह का वेतन रोका गया है और स्पष्टीकरण तलब किया गया है। बलरामपुर के सहायक चकबंदी अधिकारी संदीप यादव के खिलाफ भी ग्राम मस्जीदिया का कार्य पूर्ण न करने पर अनुशासनिक कार्रवाई की गई है।
चकबंदी लेखपाल पर भी कार्रवाई
प्रयागराज के ग्राम राजेपुर सराय अरजानी और प्रतापगढ़ के ग्राम धीमी में कार्य पूर्ण न होने पर संबंधित सहायक चकबंदी अधिकारी के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की गई। जौनपुर के ग्राम तियरा में कार्य न होने पर सहायक चकबंदी अधिकारी संजय मौर्य और संबंधित चकबंदीकर्ता तथा चकबंदी लेखपाल को चिन्हित कर निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं। आजमगढ़ के ग्राम महुआ में कार्य न होने पर संबंधित अधिकारी का स्पष्टीकरण मांगा गया है और चकबंदीकर्ता व चकबंदी लेखपाल पर अनुशासनिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।