जयपुर, 30 जनवरी 2025। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल साहित्यिक विचारों को बढ़ावा देने और विश्व के महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा का मंच प्रदान करने की अपनी परंपरा को आगे बढ़ा रहा है। 30 जनवरी से लेकर 3 फरवरी, 2025 तक चलने वाला यह फेस्टिवल साहित्य, राजनीति, विज्ञान और कला के दिग्गजों को एक साथ लाकर विविध दृष्टिकोणों और सार्थक संवाद का एक गतिशील मंच प्रस्तुत करेगा।
वेदांता अपनी सामाजिक पहल अनिल अग्रवाल फाउंडेशन (आफ) के माध्यम से ‘आफ बगान’ प्रस्तुत कर रहे है। यह अनुभव केंद्र आर्ट इन एवरी हार्ट की भावना को जीवंत बनाने पर केंद्रित है। यह ग्रामीण जीवन की झलक को सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, पारंपरिक शिल्पकला और कौशल विकास कार्यशालाओं के माध्यम से आगंतुकों के सामने पेश करेगा।
जयपुर की भव्य विरासत की पृष्ठभूमि में आयोजित यह फेस्टिवल न सिर्फ साहित्य की विविधता का उत्सव मनाएगा, बल्कि संवाद, खोज और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के एक सक्रिय मंच के रूप में भी खुद को स्थापित करेगा। भारत की सांस्कृतिक विविधता और विकास पहलों का उत्सव मनाने वाला यह केंद्र आपके अनुभव को और भी खास बनाएगा। यहां आप ब्लॉक प्रिंटिंग, कठपुतली कला, मेहंदी डिज़ाइन, चूड़ी निर्माण और अन्य पारंपरिक कलाओं में भाग ले सकते हैं। साथ ही कालबेलिया नृत्य और मांगणियारों की सुमधुर संगीत प्रस्तुतियों का लुत्फ़ उठा सकते हैं।
हिंदुस्तान ज़िंक की ‘सखी’ और ‘माइक्रो एंटरप्राइज़’ पहलों के तहत महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित ‘उपाया’ ब्रांड के प्रीमियम वस्त्र और ‘दाइची’ रेंज के स्वादिष्ट खाद्य उत्पाद यहां शामिल होंगे। वित्त वर्ष 24 में 1.5 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व प्राप्त कर, ये परियोजनाएं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने, आर्थिक स्वतंत्रता बढ़ाने और समुदाय को सशक्त करने का प्रतीक बन चुकी हैं।
केयर्न ऑइल एंड गैस द्वारा समर्थित स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा बनाए गए पौष्टिक मिलेट कुकीज़ का स्वाद ले सकते हैं। यह पहल बाड़मेर की महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता और स्थिरता प्रदान करने की दिशा में एक कदम है।
नॉबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी और एस्थर डुफ्लो, मशहूर लेखिका गीतांजलि श्री और प्रसिद्ध गीतकार जावेद अख्तर जैसे प्रेरणादायक वक्ताओं से मिलने का मौका मिलेगा। साहित्य, कला और वैश्विक चुनौतियों पर केंद्रित इस वर्ष की चर्चाएँ यादगार होंगी। इस वर्ष के उत्सव में समावेशिता को प्राथमिकता दी गई है। नूपुर संस्थान के सहयोग से आयोजित सत्रों में सांकेतिक भाषा अनुवाद की सुविधा उपलब्ध होगी, ताकि हर व्यक्ति इस संवाद का हिस्सा बन सके और स्वागत अनुभव का आनंद ले सके।
दक्षिण एशिया के प्रमुख पब्लिशिंग कॉन्क्लेव, जयपुर बुकमार्क का लुत्फ़ उठा सकते हैं। इस वर्ष की चर्चा में अनुवाद, कहानी कहने के नए तरीकों और पब्लिशिंग में एआई की बढ़ती भूमिका जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल होंगे।
दिन के खत्म होते ही जयपुर म्यूजिक स्टेज पर वैश्विक कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियां होंगी। साहित्य और संगीत की इस अद्भुत संगम के साथ हर दिन का समापन एक यादगार अनुभव बनेगा। इन जीवंत गतिविधियों से सजा जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2025 साहित्य, विचारों और संस्कृति का एक ऐसा उत्सव पेश करेगा, जो प्रगति और परंपरा के अद्भुत सामंजस्य को दर्शाएगा।