मुंडका हादसा : सीसीटीवी फैक्ट्री में शार्ट सर्किट से लगी आग, देखते ही देखते धू-धू कर जल उठा पूरा काम्प्लेक्स

14-May-2022

  • काम्प्लेक्स का निर्माण मानक के अनुरुप नहीं कराया गया था
  • फायर विभाग ने काम्प्लेक्स को एनओसी भी नहीं दी थी
  • बावजूद इसके भी काम्प्लेक्स का उपयोग व्यावसायिक रुप से किया जा रहा था
  • ऐसा किसके दबाव में हो रहा था, अधिकारी खामोश क्यों थे? इसकी छानबीन की जा रही है

नई दिल्ली। शुक्रवार 13 मई 2022 की शाम हुए मुंडका हादसे पर हर ओर अफसोस जाहिर किया जा रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत देश भर से लोगों द्वारा हादसे पर संवेदना जताई जा रही है। इस बीच यह बात सामने आयी है कि अव्यवस्थाओं पर अगर ध्यान दिया गया होता तो शायद इस तरह की घटना न होती और 27 बेगुनाह लोगों की जान न जाती। 

हादसे में जो 27 लोग असमय मौत का शिकार हुए हैं वे अपने परिवार और बच्चों का पेट पालने के लिए सीसीटीवी फैक्ट्री व अन्य दफ्तरों में नौकरी करने आये थे। 

जो जानकारी सामने आयी है उसके मुताबिक इस तीन मंजिला काम्प्लेक्स के मालिक हरीश गोयल और वरुण गोयल हैं। इन लोगों ने कामर्शियल काम्प्लेक्स का निर्माण मानक के अनुरुप नहीं कराया था। इसी वजह से फायर विभाग ने एनओसी नहीं दी थी। 

काम्प्लेक्स में ग्रांउड फ्लोर पर सीसीटीवी की फैक्ट्री थी। इस फैक्ट्री में शार्ट सर्किट के कारण आग लगी और देखते ही देखते पूरा काम्प्लेक्स आग का गोला बन गया। 

अधिक स्थान न होने के कारण लोग बाहर नहीं निकल सके और हादसे का शिकार हो गये। बाहरी जिला दिल्ली के डीसीपी समीर शर्मा ने बताया कि बिल्डिंग में फंसे लोगों को जेसीबी के सहारे नीचे उतारा गया। कुछ लोग जान बचाने के लिए बिल्डिंग से नीचे कूद गये और घायल हो गये। 

दिल्ली में हुए अब तक के हादसे

प्रशासन ने सबक नहीं लिया

भीषण गर्मी और बढ़ते तापमान के बीच भी प्रशासन ने लगातार घट रही अगलगी की घटनाओं से कोई सबक नहीं लिया। देश की राजधानी दिल्ली जैसे स्थान पर बगैर फायर विभाग के एनओसी के कामॢशयल काम्प्लेक्स का संचालन होना बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। इससे साफ हो रहा है कि प्रशासन अपनी जवाबदेही की भूमिका नहीं अदा कर रहा है।

बताया गया कि सीसीटीवी फैक्ट्री में काफी संख्या में मजदूर काम कर रहे थे। इमारत में प्रवेश और निकास एक ही होने से बचाव कार्य जल्द शुरू नहीं हो सका। जगह काफी कंजस्टेड होने से रेस्क्यू ऑपरेशन में भारी परेशानी आई।

फायर विभाग दिल्ली के डिवीजनल आफिसर सतपाल भारद्वाज ने बताया कि इस इलाके में उचित भवन नहीं थे इसलिए इस इमारत का एनओसी नहीं दिया गया। इन्हें फायर की तरफ  से भी एनओसी नहीं मिला। 

Related News
thumb

सनटेक इंजीनियरिंग मुंबई में करेगा दादा साहेब फाल्के टेक्नीशियन अवॉर्ड

सनटेक इंजीनियरिंग कंपनी मुंबई में फिल्म अवॉर्ड करने जा रही है। दादा साहेब फाल्के के नाम से मुंबई में बहुत सारे अवॉर्ड होते रहते है। पर आज तक पर्दे ...


thumb

झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री के निजी सचिव के घर मिले 20 करोड़ रूपये

लोकसभा चुनाव के बीच बड़ी खबर सामने आई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड की राजधानी रांची के विभिन्न इलाकों में 6 मई 2024 को छापेमारी की। झारखंड...


thumb

नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब कार सेवा डेरा के प्रमुख की हत्या

नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब कार सेवा डेरा, उत्तराखंड के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। साइकिल से आये दो अपराधियों ने हत्या को ...


thumb

मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री के रुप में देखने के लिए स्वामी विजया...

नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री के रुप में देखने के लिए स्वामी विजयानंद ने 11 दिनों तक विशिष्ठ अनुष्ठान करने का निश्चय किया है। Swami Vijaya...


thumb

हल्द्वानी में स्थिति सामान्य, मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश, बाहरी इलाको...

उत्तराखंड के हल्द्वानी प्रकरण में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने शनिवार 10 फरवरी 2024 को मजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी कर दिए। शुक्रवार को मुख्य सचिव राध...


thumb

अपराधी कुणाल ने अमन की हत्या के लिए प्रतापगढ़ के रितेश यादव को दी थ...

झारखण्ड के धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या की जांच कर रही पुलिस पूरी साजिश के खुलासे के करीब पहुंच गई है। aman singh murder story