कथा को सुनें तो उसे जीवन में उतारें : वियोगी महाराज
05-April-2024
सुदामा गरीब तो थे, पर दरिद्र नहीं थे। वास्तव में दरिद्र वह है, जिसमें अधिक पाने की लालसा बनी रहे। सुदामा ने भगवान कृष्ण का मित्र होने के बाद भी उनसे कुछ नहीं मांगा। इससे बड़ा संतोषी कौन हो सकता है। Listen to the story and bring it to life