भूलकर भी न खाएं जलेबी, इसमें मिला रंग जहरीला

21-March-2024

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में जांच के दौरान मामला सामने आया, सीएमएचओ ने रंग के इस्तेमाल पर लगाई रोक

रायपुर। होली त्यौहार से ठीक पहले जलेबी में मिलाये जाने वाले रंग के जहरीले होने की जानकारी सामने आयी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जलेबी में मिलाया जाने वाला यह रंग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और कैंसर जैसे रोग को बढ़ावा दे रहा है। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में जांच के दौरान इसकी पुष्टि होने पर सीएमएचओ डॉ जेपी मेश्राम ने इस रंग के इस्तेमाल पर रोक लगाये जाने का निर्देश दिया है।


डॉ जेपी मेश्राम ने बताया कि यह बात अभी मेरे संज्ञान में आई है कि जलेबी में इस तरीके का रंग मिलाया जा रहा है, जो घातक है। इस तरीके का कोई एडल्ट्रिशियन होता है तो हमारी टीम के फूड एंड सेफ्टी आॅफिसर को मैने तुरंत निर्देश दिया है कि आज ही जाकर वे सभी दुकानों में देखेंगे कि जहां पर भी इस रंग का उपयोग हो रहा है, वहां कार्रवाई करेंगे। एसडीएम से भी अनुरोध किया गया है कि जहां भी इस रंग का उपयोग हो रहा है, उसे जब्ती किया जाए।


ऐसे सामने आया मामला 

  • दुर्ग जिले में जलेबी रंग के नाम पर औद्योगिक उपयोग में इस्तेमाल किये जाने वाले रंग का उपयोग किया जा रहा है। 
  • सड़क के किनारे लगने वाले टपरी ठेलों में इसका धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है। 
  • इस रंग की बिक्री को लेकर दुर्ग भिलाई के बड़े दुकानों में जांच की गयी तो पाया गया कि धड़ल्ले से व्यापारी इसे जलेबी रंग मानकर खुले में या डब्बे सहित बेच रहे हैं।


औद्योगिक उपयोग के रंग का इस्तेमाल

जलेबी रंग के बोटल में साफ लिखा हुआ है कि यह खाने योग्य नहीं है, केवल कलर करने औद्योगिक उपयोग के लिए है। फिर भी इसकी धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। इस जलेबी रंग को रायपुर की एक कंपनी के जरिए मेटानिल येल्लो काऊ के नाम से बेचा जा रहा है। इसकी सप्लाई जिले सहित पूरे छत्तीसगढ़ में की जा रही हैं। 


यहां भी हो रहा इस्तेमाल


आजकल चाट, गुपचुप, मोमोज को लोग रोजाना रूटीन में शामिल कर रहे हैं। इसमें खुले तौर पर इन कलर का उपयोग किया जा रहा है। यह सीधे लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। लोगों को ऐसे रंगों और खान पान की चीजों के सेवन करते समय जागरूक होने की जरूरत भी है। आप जो खरीदते हैं उस पर ध्यान दें कि वह खाने योग्य पदार्थ है भी या नहीं।

Related News
thumb

12 ज्योतिर्लिंगों से जुड़ी है छत्तीसगढ़ के अमलेश्वर श्री महाकाल धाम...

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के निकट स्थित पवित्र खारून नदी के तट पर स्थित अमलेश्वर की पौराणिकता भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों से जुड़ी है। अमलेश्व...


thumb

धरती को बचाने के लिए स्वच्छता आवश्यक

छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर स्थित सैनिक स्कूल में 22 अप्रैल 2024 को विष्व पृथ्वी दिवस मनाया गया। स्कूल के कैडेटों द्वारा धरती पर हो रहे अत्याचार को रोकन...


thumb

मेरी सफलता में सीएमएस का बहुत बड़ा योगदान : आदित्य श्रीवास्तव

मेरी सफलता में सीएमएस का बहुत बड़ा योगदान है, आज मैं जो कुछ भी हूं उसमें मेरे माता-पिता के आशीर्वाद और सीएमएस के शिक्षकों की अहम भूमिका है। यह कहना ...


thumb

आज का छात्र विश्व की उच्चतम शिक्षा पाने को आतुर

सिटी मोन्टेसरी स्कूल एवं कालेज बोर्ड, अमेरिका के संयुक्त तत्वावधान में कैरियर काउन्सलिंग कार्यशाला का आयोजन सी.एम.एस. गोमती नगर एक्सटेंशन कैम्पस म...


thumb

2024 जलवायु के मामले में सबसे गर्म वर्ष होने की उम्मीद

मौसम विज्ञानियों ने 55% संभावना व्यक्त की है कि 2024 जलवायु रिकॉर्ड पर सबसे गर्म वर्ष होगा। इतना ही नहीं, उन्होंने 99 फीसदी संभावना जताई है कि यह स...


thumb

सीएमएस के स्वर्णिम इतिहास में जुड़ा एक और कीर्तिमान, 7 छात्र बने आईएएस

सिटी मोन्टेसरी स्कूल के मेधावी छात्रों ने इस वर्ष एक बार फिर अपनी मेधा व प्रतिभा से विद्यालय के स्वर्णिम इतिहास में एक और कीर्तिमान जोड़ दिया है। जह...