लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 19वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन आगामी 16 नवम्बर से सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में प्रारम्भ हो रहा है। इस ऐतिहासिक सम्मेलन में मॉरीशस के कार्यवाहक राष्ट्रपति माननीय परमाशिवम पिल्ले व्यापूरी समेत 19 देशों के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, गवर्नर-जनरल, पार्लियामेन्ट के स्पीकर, न्यायमंत्री, इण्टरनेशनल कोर्ट के न्यायाधीश एवं विश्व प्रसिद्ध शान्ति संगठनों के प्रमुख लखनऊ पधार रहे हैं। इसके अलावा, 71 देशों के 365 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद्् अपनी प्रतिभागिता दर्ज करा रहे हैं। उक्त जानकारी आज यहाँ होटल क्लार्क अवध में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में सम्मेलन के संयोजक एवं सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने दी। डा. गाँधी ने बताया कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित है। डा. गाँधी ने आगे बताया कि लखनऊ पधारने से पूर्व 71 देशों से पधार रहे सभी गणमान्य अतिथि दिल्ली में एकत्रित होंगे, जहाँ 14 नवम्बर को इन प्रख्यात हस्तियों के सम्मान में राष्ट्रीय आध्यात्मिक सभा, बहाई द्वारा बहाई हाउस (लोटस टेम्पल) में स्वागत समारोह एवं रात्रि भोज का आयोजन किया गया है। भारत सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। इसके अलावा, विभिन्न देशों से पधारे मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ 15 नवम्बर को दिल्ली के ली-मेरीडियन होटल में जेण्डर बेस्ट वायलेन्स विषयक इण्टरनेशनल मीडिया कान्फ्रेन्स को सम्बोधित करेंगे। भारत सरकार की रक्षामंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगी। 16 नवम्बर को विभिन्न देशों के न्यायविद्, कानूनविद् व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ नई दिल्ली से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे एवं प्रात: 10.10 बजे अमौसी एअरपोर्ट पर पधारेंगे, जहाँ इन प्रख्यात हस्तियों का बैण्ड-बाजे की धुन व फूल-मालाओं के साथ लखनऊ की सरजमीं पर भव्य स्वागत-अभिनन्दन किया जायेगा। डा. गाँधी ने कहा कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल पूरे विश्व में एकता, शान्ति, न्याय व बच्चों के अधिकारों की आवाज उठा रहा है एवं इसी कड़ी में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 19वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।